बेंगलुरू में हुई कांग्रेस-जेडीएस की मैगा बैठक, सरकार बनाने की तैयारियों में जुटा गठबंधन

Wednesday, May 16, 2018 - 05:26 AM (IST)

बेंगलुरूः कर्नाटक विधानसभा में मतगणना के बाद अभ लगभग स्थिति साफ हो गई है। राज्य में बीजेपी को 104 सीटें, कांग्रेस को 78 सीटें, जेडीएस को 38 सीटें और एक-एक सीट बीएसपी, अन्य के खाते में गई है। कांग्रेस ने 78 सीटें जीतकर 38 सीटें जीतने वाली जेडीएस प्लस को समर्थन का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने दावा किया है कि दो अन्य विधायकों का भी उसे समर्थन प्राप्त है। दोनों तरफ से राज्पाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया जा चुका है। इसी बीच बेंगलुरू में कांग्रेस और जेडीएस के बीच मेगा बैठक हुई और बीजेपी ने भी अपने हिसाब से तैयारियां शुरू कर दी हैं।

अशोक होटल में हुई कांग्रेस-जेडीएस की बैठक
कर्नाटक की सियासित में रोमांचक मोड़ आ गया है। अब गेंद राज्यपाल के पाले में चली गई है कि वह सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं या बहुमत का आंकड़ा पार कर चुके कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को। इसी बीच बेंगलुरू के अशोक होटल में कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं की अहम बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी. देवगौड़ा और उनके बेटे कुमार स्वामी के साथ कांग्रेस के सिद्धरमैया, गुलामनबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और डीके कुमार स्वामी मौजूद रहे।


बीजेपी ने बुलाई आज विधायक दल की बैठक
कांग्रेस ने राज्यपाल को नजीर देते हुए कहा कि गोवा, मेघालय, मणिपुर की तरह बहुमत रखने वाले गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता देना चाहिए। हालांकि बीजेपी भी अपनी सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के सामने पेश कर चुकी है। बीजेपी के सीएम उम्मीदवार बीएस. येदियुरप्पा ने कहा कि बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना जाएगा, जिसके बाद वह विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने की अनुमति मांगेंगे।

 


बहुमत वाले गठबंधन को सरकार बनाने के लिए करें आमंत्रित
निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बताया कि आज कांग्रेस और जेडीएस विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होने कहा, कांग्रेस सरकार बनाने के लिए जेडीएस का समर्थन कर रही है और इस प्रस्ताव को राज्यपाल के पास भेज दिया है। सिद्धरमैैया ने कहा कि गोवा चुनाव के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि ज्यादा नंबर वाले गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए।

 

 


अगर राज्यपाल दूसरे ऑप्शन पर विचार करेंगे तो कांग्रेस और जेडीएस को बहुमत साबित करने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी क्योंकि बीजेपी बहुमत के आंकड़े से पीछे है। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए 222 सीटों पर चुनाव हुए हैं। बाकी दो सीटों पर बाद में चुनाव होने हैं। इस हिसाब से बहुमत साबित करने के लिए 112 सीटों की जरूरत पड़ेगी। इस वक्त बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 8 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। 

 

 

 

 

 

 

Yaspal

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