ईवीएम सुरक्षा के लिए कांग्रेस ने नेताओं को दिए स्ट्रॉन्गरूम पर नजर रखने के निर्देश
Monday, Nov 09, 2020 - 10:39 PM (IST)
नेशनल डेस्कः कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कई टीवी चैनलों के एग्जिट पोल में विपक्षी महागठबंधन को प्रदेश में सत्ताधारी राजग पर बढ़त की भविष्यवाणी के मद्देनजर ‘गड़बड़ी' की आशंका को देखते हुए अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सभी 38 जिलों में भेजने के साथ उनसे स्ट्रॉन्ग रुम में रखी गई ईवीएम की सुरक्षा के लिए सजग और सतर्क रहने को कहा है। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिय चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीट), तीन नवंबर (94 सीट) और सात नवंबर (78 सीट) को संपन्न हुआ था और मतगणना 10 नवंबर को है।
एग्जिट पोल के अनुमानों से उत्साहित कांग्रेस ने संभवत: सहयोगी दलों के साथ उचित तालमेल सहित परिणाम आने के बाद अपने विधायकों को भी एकजुट रखने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं रणदीप सुरजेवाला और बीपीसीसी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय को पटना भेजा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता, राजस्थान के दो मंत्री राजेंद्र यादव और रघु शर्मा और पंजाब के विधायक गुरकीरत सिंह कोटल भी पटना में हैं।
बिहार विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य प्रेम चंद्र मिश्रा ने अपनी पार्टी द्वारा प्रत्येक जिलों में मतगणना के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने की मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए पीटीआई—भाषा को बताया, “लोगों ने इसे गलत समझा है। ऐसा नहीं है ... विभिन्न जिलों से संबंधित और पटना में रहने वाले पार्टी नेताओं को अपने संबंधित जिला मुख्यालय शहर में रहने और ईवीएम की सुरक्षा के लिए अपने जिलों में स्ट्रॉन्ग रुम पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है”।
मिश्रा ने कहा कि एक्जिट पोल में परिणाम के महागठबंधन के पक्ष में होने की भविष्याणी के मद्देनजर लोगों (सत्ता पक्ष) द्वारा गड़बड़ी किए जाने की आशंका को लेकर ईवीएम की सुरक्षा के लिए स्ट्रॉन्ग रुम पर चौबीसों घंटे नजर रखने को पार्टी नेताओं से कहा गया है। सुरजेवाला ने नतीजों की घोषणा के बाद प्रतिद्वंद्वियों द्वारा नवनिर्वाचित विधायकों को “अवैध शिकार” से बचाने के लिए राज्य का दौरा करने से इनकार करते हुए कहा, “बिहार के लोग 'आत्मसम्मान' में विश्वास करते हैं ... कोई भी राशि उन्हें नहीं खरीद सकती।”
सुरजेवाला ने मंगलवार को नतीजों की घोषणा के बाद नवनिर्वाचित विधायकों को पटना भेजने के लिए कोई निर्देश जारी करने से इनकार करते हुए कहा कि वे विधानमंडल दल के नेता के चुनाव और अन्य औपचारिकताओं के लिए अपनी सुविधा के अनुसार खुद राज्य की राजधानी आएंगे। एक सवाल के जवाब में कि क्या विपक्षी दलों द्वारा सरकार बनाने की स्थिति में पार्टी उपमुख्यमंत्री के पद की मांग करेगी, मिश्रा ने कहा “हमने गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है इसलिए किसी भी पद की कोई मांग नहीं है”। इस बीच, सत्ता में वापस आने की संभावना को देखते हुए, कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता पटना स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में पहुंचना शुरू कर दिया है।