सुषमा स्वराज के समर्थन में आई कांग्रेस, ट्रोल करने वालों को दिया करारा जवाब
Monday, Jun 25, 2018 - 02:50 PM (IST)
नई दिल्लीः एक हिंदू-मुस्लिम दंपति को पासपोर्ट जारी करने को लेकर हुए विवाद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर ट्रोल किए जाने पर भले ही भाजपा का कोई नेता कुछ न बोला हो लेकिन कांग्रेस को यूजर्स की यह हरकत नापंसद आई। कांग्रेस सुषमा को सपोर्ट में आई और ट्विटर यूजर्स को जवाब दिया। कांग्रेस ने सुषमा के समर्थन में ट्वीट किया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि परिस्थिति या कारण क्या है लेकिन किसी के लिए धमकी या आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग नहीं किया जा सकता। सुषमा स्वराज जी हम आपके निर्णय का समर्थन करते हैं, आपकी ही पार्टी के ट्रोलर्स ने आपके खिलाफ मैसेज किए हैं।
No matter the situation or reason, nothing calls for threats of violence, disrespect & abuse. @SushmaSwaraj ji, we applaud your decision to call out the heinous trolls of your own party.https://t.co/qcB0qemRGZ
— Congress (@INCIndia) June 24, 2018
बता दें कि कुछ ट्रोलर ने सुषमा के लिए गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल किया। हालांकि खुद सुषमा ने भी ट्रोलर को जवाब दिया कि आपने मेरे लिए जो मैसेज किए वो मुझे पंसद आए। सुषमा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘मैं 17 से 23 जून 2018 के बीच भारत से बाहर थी। मैं नहीं जानती कि मेरी अनुपस्थिति में क्या हुआ। हालांकि , मुझे कुछ ट्वीट से सम्मानित किया गया। मैं इसे आपके साथ साझा कर रही हूं। इसलिए मैंने उन्हें पसंद किया है।’’ पिछले सप्ताह, पासपोर्ट सेवा केंद्र के एक अधिकारी विकास मिश्र का लखनऊ से तब तबादला कर दिया गया था जब एक हिंदू-मुस्लिम दंपति ने आरोप लगाया था कि पासपोर्ट आवेदन के साथ कार्यालय जाने पर उन्होंने उन्हें अपमानित किया।
I was out of India from 17th to 23rd June 2018. I do not know what happened in my absence. However, I am honoured with some tweets. I am sharing them with you. So I have liked them.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 24, 2018
वहीं मिश्र ने अपने बचाव में कहा था कि वह धर्मनिरपेक्ष हैं और उन्होंने महिला से कहा था कि उनके ‘निकाहनामा’ में उनका नाम शाजिया अनस दिखाया गया है, जिसका उनकी फाइल में अनुमोदन होना चाहिए। उन्होंने मीडिया से कहा ‘‘ दंपति ने इससे इंकार कर दिया। अगर उन्होंने सहमति दी होती तो हम डाटा संशोधन के लिए इसे ‘ए’ सेक्शन को भेज देते। हमें देखना है कि कौन व्यक्ति किस नाम से पासपोर्ट ले रहा है। यह एक दस्तावेजी साक्ष्य है, कैसे हम उसकी अनदेखी कर सकते हैं। मैं धर्मनिरपेक्ष हूं और मैंने खुद अंतर्जातीय विवाह किया है।