ऑफ द रिकॉर्डः आजाद और पुनिया के राज्यसभा नामांकन को लेकर दुविधा में कांग्रेस
Thursday, Mar 05, 2020 - 06:43 AM (IST)
नेशनल डेस्कः कांग्रेस गुलाम नबी आजाद और पी.एल. पुनिया के राज्यसभा में पुन: नामांकन के मुद्दे पर दुविधा में है। गुलाम नबी आजाद राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हैं और फरवरी 2021 में रिटायर हो रहे हैं जबकि पुनिया का कार्यकाल 9 महीने के बाद खत्म हो रहा है। पुनिया नवम्बर 2014 में यू.पी. से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। आजाद और पुनिया दोबारा इन राज्यों से राज्यसभा में नहीं जा सकते क्योंकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा को भंग कर दिया गया था और कांग्रेस के पास पुनिया को यू.पी. से दोबारा राज्यसभा में भेजने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं है।
आजाद को महाराष्ट्र या किसी अन्य राज्य से राज्यसभा में भेजने के सुझाव भी दिए जा रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस 2 राज्यसभा सीटें जीत सकती है लेकिन मल्लिकार्जुन खडग़े, बी.के. हरिप्रसाद और प्रो. एम.वी. राजीव गौड़ा पहले ही इन 2 सीटों के लिए होड़ में हैं। अब हाईकमान को ही आजाद बारे फैसला करना पड़ेगा। उधर पी.एल. पुनिया चाहते हैं कि उन्हें छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा जाए जहां पार्टी 2 सीटें जीतने जा रही है।
लेकिन कई शीर्ष नेताओं की राज्यसभा सीट पर नजर है। राज्यसभा के 13 सदस्य रिटायर हो रहे हैं और ऊपरी सदन में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 46 तक बरकरार रह सकती है। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता जैसे कि दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कुमारी शैलजा, डी. सुबीराम रैड्डी, मधुसूदन मिस्त्री, राजीव शुक्ला और रजनी पाटिल राज्यसभा सीट के लिए रेस में शामिल हैं। पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और आर.पी.एन. सिंह भी संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि अधिक उम्र के चलते मोतीलाल वोरा को शायद ही राज्यसभा में भेजा जाए।