दिग्विजय सिंह के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, सर्जिकल स्ट्राइक के बचाव में दी यह सफाई

Monday, Jan 23, 2023 - 06:45 PM (IST)

नेशनल डेस्कः साल 2016 में सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सीनियर लीडर दिग्विजय के दिए गए बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है। कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने दिग्विजय सिंह के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका यह निजी बयान है। कांग्रेस का इससे कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा कि वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं और कांग्रेस का इससे कोई लेना देना नहीं है। 2014 से पहले यूपीए सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। कांग्रेस ने राष्ट्रीय हित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन किया है और समर्थन करना जारी रखेगी।


बता दें कि जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके (सीआरपीएफ के) अनुरोध पर सहमत नहीं हुई थी और पुलवामा में 2019 के एक आतंकी हमले में 40 सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा था। अपनी टिप्पणियों से अक्सर विवाद पैदा करने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं। वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं।''

वहीं,भाजपा ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से यह प्रदर्शित होता है कि देश में की जा रही राहुल गांधी नीत पदयात्रा सिर्फ नाम की ‘भारत जोड़ो यात्रा' है, जबकि वह और उनकी पार्टी के सहकर्मी देश तोड़ने के लिए कार्य कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया,‘‘यह असल में भारत तोड़ो यात्रा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यदि वे सशस्त्र बलों के खिलाफ बोलेंगे, तो भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। राहुल गांधी और कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी से नफरत करती है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे नफरत में इस कदर अंधे हो गये हैं कि देश के प्रति उनका समर्पण घट गया है। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने जब कहा था कि उसने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हमला किया है, इसके शीघ्र बाद कांग्रेस नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाये थे।

भाटिया ने दावा किया, ‘‘राहुल और कांग्रेस को हमारे बहादुर सशस्त्र बलों में विश्वास नहीं है। उन्होंने बार-बार सवाल उठाये हैं और भारत के नागरिकों तथा हमारे सशस्त्र बलों का अपमान किया है।'' उन्होंने कहा कि जब भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवादियों पर हमला किया था तब पाकिस्तान काफी पीड़ा में था, जबकि भारत में कांग्रेस दुखी थी। भाटिया ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में लोगों के आशीर्वाद से बड़ा कुछ नहीं है। 2019 के चुनावों में, यह स्पष्ट हो गया कि लोग भाजपा और सशस्त्र बलों के साथ हैं जबकि जिन्होंने सवाल उठाये, वे अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं।''
 

 

Yaspal

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