कांग्रेस ने सदन से किया वॉकआउट, राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा में नहीं लिया हिस्सा

Tuesday, Feb 05, 2019 - 09:00 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस ने क्रम के अनुसार उसके सदस्य को बोलने का मौका नहीं देने का आरोप लगाते हुये आज लोकसभा से बहिर्गमन किया और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा नहीं लिया। सदन में दोपहर बाद दो बजे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। तृणमूल के हँगामे के बीच ही चर्चा शुरू हुई। इस दौरान बीच में एक बार के स्थगन के बाद दोपहर ढाई बजे चर्चा दुबारा शुरू हुई।

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जब कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे को बोलने का मौका दिया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं बोलना चाहता हूँ, लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं है।’’ इसके बाद अध्यक्ष ने दूसरे सदस्यों को बोलने का मौका दे दिया।  एक बार फिर कार्यवाही स्थगित होने के बाद शाम चार बजे जब कार्यवाही फिर शुरू हुई तो तृणमूल ने पश्चिम बंगाल में सीबीआई और कोलकाता पुलिस के बीच टकराव के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की माँग करते हुये सदन से बहिर्गमन कर दिया। उस समय श्री खडगे सदन में नहीं थे

अध्यक्ष ने बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब का नाम चर्चा के लिए पुकारा। महताब ने बोलना शुरू ही किया था कि कांग्रेस नेता सदन में आये और अध्यक्ष पर क्रम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुये कहा कि अब जब सदन में व्यवस्था है तो उनकी पार्टी भी चर्चा में शामिल होना चाहती है। उन्होंने कहा कि सदस्यों की संख्या के आधार पर उनकी पार्टी को पहले मौका मिलना चाहिये था।

लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें समझाया कि वह सदन में नहीं थे। इसलिए महताब को मौका दिया गया। इस पर खडगे ने कहा कि क्रम के अनुसार अन्नाद्रमुक के. पी. वेणुगोपाल को पहले मौका दिया जाना चाहिए था जिसके कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा सदस्य हैं। अध्यक्ष ने कहा कि वेणुगोपाल भी सदन में नहीं थे लेकिन, खडगे ने उनकी बात नहीं सुनते हुये बहिर्गमन की घोषणा की और कांग्रेस के सभी सदस्य सदन से बाहर चले गये। 

 

Yaspal

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