वीवीपैट फैसले पर बोली कांग्रेस, यह तर्कसंगत नहीं, पुनर्विचार करे सुप्रीम कोर्ट

punjabkesari.in Monday, Apr 08, 2019 - 06:21 PM (IST)

नेशनल डेस्कः वीपीपैट के मिलान को एक मतदान केंद्र से बढ़ाकर पांच केंद्र में किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सोमवार को कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने कहा कि यह तर्कसंगत नहीं है और इस पर पुर्नविचार होना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रजातंत्र में यह सबसे आवश्यक है कि हर व्यक्ति को वोट दे, जिसे वह चाहता है और उसका वोट उसी के खाते  जाए, जिसे उसने दिया है। इसके बगैर प्रजातंत्र नहीं चलेगा।

सुरेजवाला ने कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा का प्रश्न नहीं है, बल्कि यह प्रजातंत्र की विश्वसनीयता का प्रश्न है। अगर विश्वसनीयता खत्म हो जाएगी, तो प्रजातंत्र नहीं बचेगा। इसलिए राजनीतिक दलों ने वीवीपैट की कम से कम 50 फीसदी पर्चियों के मिलान की बात कही है। उन्होंने कहा कि वीवीपैट पर्चियों के मिलान को एक मतदान केंद्र से बढ़ाकर पांच केंद्र किया जाना प्रजातंत्र की मान्यताओं के अनुरूप नहीं है। यह तर्कसंगत नहीं है। उन्हें इस पर पुर्नविचार करना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा
गौरतलब है कि  सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रक्रिया के प्रति मतदाताओं के बेहतर भरोसे के लिए मतगणना के दौरान एक विधानसभा क्षेत्र में वीवीपैट पर्चियों के मिलान को एक मतदान केंद्र से बढ़ाकर पांच केंद्र तक किया जाए।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने 21 विपक्षी दोलं के नेताओं के इस अनुरोध को नहीं माना कि ईवीएम मशीनों से लगी वीवीपैट की कम से कम 50 फीसदी पर्चियों का मिलान किया जाना चाहिए। पीठ ने कहा कि ऐसा करने के लिए बहुत अधिक लोगों की आवश्यकता होगी और संगठनात्मक असुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ऐसान करना संभव नहीं होगा।  





 


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Yaspal

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