देश रो रहा था और PM करा रहे थे फोटोशूट, कांग्रेस ने पुलवामा पर पूछे 5 सवाल
punjabkesari.in Thursday, Feb 21, 2019 - 01:31 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने पुलवामा आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में वीरवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और आरोप लगाया कि सत्ता बचाने के लिए वह जवानों की शहादत और राजधर्म भूल गए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि जब पुलवामा हमले के बाद देश सदमे में था तो प्रधानमंत्री कार्बेट पार्क में डिस्कवरी चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग कर रहे थे।
कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछे पांच सवाल
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय सुरक्षा सलाहकार, गृह मंत्री और खुफ़िया तंत्र की विफलता की ज़िम्मेदारी स्वीकार क्यों नहीं करते?
- सैकड़ों किलोग्राम आरडीएक्स कहां से आया और इससे भरे वाहन को सैनिकों के काफिले वाले रास्ते पर कैसे आने दिया गया?
- आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के धमकी भरे वीडियो को कैसे नजरअंदाज किया गया?
- सीआरपीएफ और बीएसएफ़ के हवाई यात्रा के आवेदन को मोदी सरकार और गृहमंत्रालय ने क्यों ठुकरा दिया?
- मोदी सरकार के 56 महीनों में हमारे 488 जवान मारे गए, ऐसा क्यों हुआ? आखिर नोटबंदी का असर क्यों नहीं हुआ?
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लगाए ये आरोप
- पुलवामा हमले से देश सदमे में था, पर मोदीजी कार्बेट पार्क में डिस्कवरी चैनल के लिये अपनी फिल्में बनवा रहे थे, चाय नाश्ता कर रहे थे।
- पुलवामा आतंकी हमले के प्रति मोदी सरकार न तो कोई राजनीतिक जवाब दे रही है और न ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिये सत्ता की लालसा देश की सेना और शहीदों के सम्मान से बड़ी है। वह राजधर्म भूलकर केवल राज बचाने की जुगत में लगे हैं।
- मोदी सरकार सत्ता की भूख में इन्सानियत और शहादत को पीछे छोड़ आयी है ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 17 फरवरी को सस्ती राजनीति करते हुए असम में एक सभा में कहा कि सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की नहीं बल्कि भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा आतंकवाद पर पहले भी राजनीति करती रही है। मुंबई में जब आतंकवादी हमला हुआ था तो भाजपा ने 2014 के चुनाव तक राजनीतिक लाभ लेने के लिए इसका भरसक इस्तेमाल किया। उन्होंने सैनिकों की शहादत पर भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य साक्षी महाराज ने जो व्यवहार किया वह अशोभनीय है। इससे ज्यादा अनैतिक व्यवहार पर्यटन मंत्री का है जिन्होंने शहीदों के शव पर सेल्फी खिंचवाई।