दिल्ली में गठबंधन पर कांग्रेस और आप में बातचीत फिर आरंभ

Thursday, Apr 04, 2019 - 10:13 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली में गठबंधन को लेकर लंबे समय से चली आ रही ऊहापोह की स्थिति के बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव में तालमेल को लेकर अंदरखाने बातचीत फिर शुरू कर दी है। दोनों दलों के बीच गठबंधन की अटकलों को उस समय और बल मिला जब आप के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको के साथ बुधवार शाम बैठक की।

दोनों दलों के सूत्रों ने दावा किया कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने कांग्रेस को दो सीटें देने का प्रस्ताव रखा है जबकि कांग्रेस ने तीन सीटों-नई दिल्ली, चांदनी चौक और पूर्वोत्तर दिल्ली की मांग की है। कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘दोनों नेताओं ने सीटों के बंटवारे पर चर्चा की और आप ने कांग्रेस को दो सीटें देने का प्रस्ताव रखा।’ वैसे, इस बारे में पूछे जाने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने यही संकेत दिया कि वह आप के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, ‘आपको विश्वास दिलाती हूं कि जैसे हम हैं वैसे ही बने रहेंगे।’

दूसरी तरफ, कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि गठबंधन के बारे में राहुल गांधी जब फैसला करेंगे तो मीडिया को बता दिया जाएगा। दिल्ली में इस गठबंधन के पीछे का गणित यह है कि दोनों दलों ने मिलकर भाजपा के मुकाबले अधिक मत हासिल किए थे। भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सभी सात सीटों पर विजय पताका फहराई थी। ‘आप’ भाजपा को हराने और मोदी सरकार को बदलने की आवश्यकता का हवाला देकर कांग्रेस से गठजोड़ करना चाहती है।

हालांकि, इस मामले पर दिल्ली कांग्रेस के भीतर मतभेद है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित, उनके तीन कार्यकारी अध्यक्ष और कुछ अन्य पार्टी नेता ‘आप’ के साथ गठबंधन का विरोध कर रहे है। शीला ने इस मामले पर राहुल गांधी से दो बार बात की है और अपना संदेश उन तक पहुंचा दिया है। उन्होंने राहुल गांधी से पिछले महीने बैठक के बाद दावा किया था कि पार्टी में ‘आप’ के साथ गठबंधन के खिलाफ ‘सर्वसम्मति’ है।

shukdev

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