सोनिया गांधी के दाएं हाथ थे अहमद पटेल, अब कौन बनेगा कांग्रेस पार्टी का खेवनहार?

Wednesday, Nov 25, 2020 - 11:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का बुधवार को तड़के निधन हो गया। 71 वर्षीय पटेल के पुत्र फैजल ने अपने पिता के निधन की पुष्टि की। कोरोना वायरस से संक्रमित पटेल पिछले करीब एक माह से गुरूग्राम के अस्पताल में भर्ती थे। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे पटेल पार्टी के संकटमोचक के रूप में भी जाने जाते थे। 


मंत्री न होकर भी पावरफुल थे अहमद पटेल 
अहमद पटेल के बारे में कहा जाता था कि वह इतने पावरफुल थे कि मंत्री न होकर भी वह मंत्रियों से ज्यादा अहमियत रखते थे। वे अक्सर पर्दे के पीछे ही काम करना पसंद करते थे। अहमद पटेल 1977 में 26 साल की उम्र में भरुच से लोकसभा चुनाव जीतकर तब के सबसे युवा सांसद बने थे। वह 1977 से 1989 तक तीन बार लोकसभा सांसद के रूप में निर्वाचित हुए थे। 1993 से वह लगातार राज्य सभा के सदस्य रहे। अहमद पटेल 1977 से 1982 तक गुजरात की यूथ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई। अहमद पटेल के जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि अब 
कांग्रेस पार्टी का खेवनहार कौन बनेगा। 



राजीव गांधी के वक्त अहमद पटेल का कद बढ़ा था
कांग्रेस में अहमद पटेल का कद 1980 और 1984 के वक्त और बढ़ गया जब इंदिरा गांधी के बाद जिम्मेदारी संभालने के लिए राजीव गांधी को तैयार किया जा रहा था। तब अहमद पटेल राजीव गांधी के करीब आए। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी 1984 में लोकसभा की 400 सीटों के बहुमत के साथ सत्ता में आए थे और पटेल कांग्रेस सांसद होने के अलावा पार्टी के संयुक्त सचिव बनाए गए। उन्हें कुछ समय के लिए संसदीय सचिव और फिर कांग्रेस का महासचिव भी बनाया गया।



आठ बार सांसद, पार्टी के हर पद की उठाई जिम्मेदारी
अहमद पटेल ने संसद में 8 बार गुजरात का प्रतिनिधित्व किया है। तीन बार लोकसभा सांसद की हैसियत से, तो 5 बार राज्यसभा सांसद की हैसियत से। अहमद पटेल ने कांग्रेस पार्टी में हर अहम जिम्मेदारी उठाई। कांग्रेस पार्टी तो गुजरात में बेहद मजबूत किया और यूथ कांग्रेस को पूरे देश में सांगठनिक तौर पर खड़ा किया। आज कांग्रेस में जो भी पुराने नेता दिखते हैं, इत्तेफाक से उनमें से कई यूथ कांग्रेस से निकलकर आए हैं। अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के महासचिव से लेकर कोषाध्यक्ष तक रहे.वो 1977 से 1982 तक पटेल गुजरात यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. साल 1991 में जब पटेल को कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य बनाया गया, जो वे जीवनपर्यन्त बने रहे। 

Anil dev

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