कांग्रेस ने एक बार फिर ईवीएम पर उठाए सवाल, पार्टी नेता बोले बैलेट पेपर से कराए जाएं चुनाव

Saturday, Mar 17, 2018 - 07:03 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस अधिवेशन में बोलते हुए कहा कि चुनावी प्रकिया में विश्वसनीयता कायम करने के लिए लिए फिर से बैलेट पेपर को वापस लाया जाना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस संकल्प पर बोलते हुए कहा कि चुनाव आयोग को दुनिया के प्रमुख लोकतंत्रों की तरह भारत में भी बैलेट पेपर के जरिए चुवान कराना चाहिए। जिससे कि चुनाव को लेकर लोगों में विश्वास बना रहे।

बता दें कि खड़गे ने पार्टी के 84वें अधिवेशन में कांग्रेस के राजनीतिक संकल्प में कहा कि चुनावों में पारदर्शिता होनी चाहिए, ताकि जनता के बीच चुनावी प्रक्रिया पर विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा कि ईवीएम के दुरुपयोग को लेकर बहुत सवाल उठ चुके हैं। जनता और राजनीतिक पार्टियों में ईवीएम के दुरुपयोग और उसके हेरफेर को लेकर तमाम आशंकाएं रहती हैं। इसलिए देश में बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने चाहिए।

मुश्किल वक्त में सोनिया गांधी को चुना अध्यक्ष
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी भारतीयों की पार्टी है। बापू को सांप्रदायिक ताकतों ने हमसे छीन लिया है। उन्होंने कहा कि मुश्किल समय में सोनिया गांधी को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था। मल्लिकार्जुन ने कहा कि आरएसएस-बीजेपी गठजोड़ से जुड़े तमाम संगठनों द्वारा संविधान के बुनियादी सिद्धांतों और देश के मूल्यों को सुनियोजित तरीके से हमले का सामना करना पड़ रहा है।

बीजेपी नेता सत्ता के नशे में चूर
मल्लिकार्जुन ने कहा कि आरएसएस-भाजपा से जुड़े लोग देश में डर,शंका और धमकी का माहौल बना रहे हैं। प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार किसी भी आलोचना को सहने के लिये तैयार नहीं है।  बीजेपी के नेता सत्ता के नशे में चूर रहते हैं। आरएसएस और बीजेपी के लोग राष्ट्रवाद और देशभक्ति के ठेकेदार बनते हैं, लेकिन वो आजादी की लड़ाई से खुद को अलग रखने वाले और माफी की गुहार लगाने वालों के वैचारिक वंशज हैं।

संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही मोदी सरकार
उन्होंने कहा कि हर संस्थान और विश्वविद्यालयों में आरएसएस की घुसपैठ, लोकतंत्र और बहुलवाद देश के लिए खतरा बन गया है। मोदी सरकार ने राज्यपाल के संवैधानिक कार्यालय का दुरुपयोग किया है। केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर विरोधियों को अपमानित करने का काम कर रही है। न्याय प्रणाली में कामकाज को लेकर इन दिनों घबराहट का माहौल है।

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