सिंघु बॉर्डर पर किसानों और गांववालों के बीच हिंसक झड़प, पथराव...तलवार के हमले से SHO घायल

Friday, Jan 29, 2021 - 03:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और गांव के लोगों के बीच शुक्रवार को झड़पें हो गईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा तथा आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। किसानों और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस के एक थाना प्रभारी (SHO) घायल हुए हैं। उनके हाथ पर तलवार से वार किया गया। स्थानीय लोगों का समूह हाथों में डंडे लिए सिंघु प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा और किसानों के खिलाफ नारे लगाते हुए उनके वहां से जाने की मांग करने लगा। स्थानीय लोगों ने कहा कि किसानों ने ट्रैक्टर मार्च के नाम पर हिंसा की। लोगों ने कहा कि किसानों ने गणतंत्र दिवस पर देश औऱ तिरंगे का अपमान किया है।इसी बीच दोनों गुटों में गाली-गलौच शुरू हो गया और मामला बढ़ गया।

इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव भी किया। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस को गोले दागे। वहीं एक अन्य पुलिस वाले के भी पैर में चोट आई बताई जा रही है। SHO पर हमले करने वाले शख्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। फिलहाल सिंघु बॉर्डर पर माहौल शांत है और वहां भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। घायल SHO ने कहा कि वे लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि तभी किसान ने तलवार लेकर उन पर ही हमला कर दिया।

SHO ने कहा कि बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान तलवार लेकर बाहर आया और जब उसे पीछे हटने के लिए कहा तो उसने उन्हीं पर वार कर दिया। तलवार लगने से SHO के हाथ पर कट लग गया और काफी खून बहा लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता वे यहीं रहेंगे। गांव के लोंगों ने किसानों के टैंट भी तोड़े। स्थानीय लोग मांग कर रहे थे कि किसान सिंघू सीमा पर प्रदर्शन स्थल को खाली। गांव के लोगों ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। 

दूसरी तरफ टिकरी बॉर्डर पर भी वहां के स्थानीय लोग हाथों में तख्तियां लेकर पहुंच गए और प्रदर्शन कर रहे किसानों का विरोध किया। स्थानीय लोगों ने कहा कि किसान टिकरी बॉर्डर खाली कर, अब बहुत हो गया, हम लोग परेशान हो गए हैं। देश का अपमान करने वालों के साथ हम नहीं हैं। 

बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी बॉर्डर के पास बसे गांव के लोगों ने किसानों का विरोध किया था। लोगों का कहना है कि देश का अपमान करने वालों को हम सिंघु बॉर्डर पर नहीं रहने देंगे। लोगों ने कहा कि पिछले 60 दिनों से हमारे व्यवसाय को भी काफी नुकसान हो रहा है।


 

Seema Sharma

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