बच्चा पैदा करने पर कंपनियां दे रही 62 लाख रुपये तक का बोनस, तीसरे बच्चे करने पर मिलेंगे 30,000 डॉलर

Tuesday, Feb 27, 2024 - 04:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कंपनियों में अकसर दिवाली या फिर अन्य मौकों पर बोनस मिलते तो सुना होगा, लेकिन आपने कभी कर्मचारियों को बच्चा पैदा करने के लिए बोनस मिलते देखा है। ये सच है कुछ ऐसी ही पॉलिसी साउथ कोरिया में कंपनियों द्वारा बनाई गई है।  जहां तमाम बड़ी कंपनियों ने अपने यहां बर्थ प्रोग्राम चलाया है और इसके तहत बच्चे पैदा करने वाले कर्मचारियों को बोनस के रूप में 75,000 डॉलर तक की बड़ी रकम दी जा रही है।



देश में घटती जन्मदर 
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले आने वाले दक्षिण कोरिया में जन्मदर रिकॉर्ड निचले स्तर तक जा सकती है, जिससे उसकी जनसांख्यिकीय चुनौतियां में और बदहाल हो सकती हैं। एक पूर्वानुमान जारी करते हुए बीते दिनों देश के सांख्यिकीय कार्यालय ने कहा था कि प्रति महिला अपेक्षित शिशुओं की संख्या इस वर्ष संभवतः गिरकर 0.72 हो गई है और 2025 तक यह गिरकर 0.65 तक पहुंचने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि दक्षिण कोरिया में फर्टिलिटी दर दुनिया में सबसे कम है। ऐसे हालात में देश में अधिक बच्चों की चाहत में अब देश की कंपनियां भी आगे आई हैं और कर्मचारियों के लिए नई पॉलिसीज बनाई हैं।

इस दिशा में आगे बढ़ते हुए दक्षिण कोरियाई कंपनियां अपने कर्मचारियों को बच्चे पैदा करने के लिए 75,000 डॉलर या 62,16,435 रुपये तक के बोनस की पेशकश कर रही हैं। दो कंपनियों बूयॉन्ग ग्रुप और सैंगबैंगवूल ने इस महीने अपने कार्यालयों में नए बर्थ प्रोग्राम्स की घोषणा की है। कंपनियों ने कहा है कि देश की खराब जन्म दर को ऊपर उठाने में मदद करने के लिए 75,000 डॉलर तक की पेशकश की जा रही है।



ऐसे दिया जाएगा बोनस
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट में द कोरिया हेराल्ड के हवाले से कहा गया है कि अंडरवियर बनाने वाली कंपनी सैंगबैंगवूल ने बीते गुरुवार को ही एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह कर्मचारियों को उनके पहले बच्चे के लिए 22,400 डॉलर (करीब 18 लाख रुपये), दूसरे बच्चे के लिए 22,400 डॉलर (करीब 18 लाख रुपये) और तीसरे बच्चे के लिए 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपये) देगी। कंपनी के स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, हमारे समाज के लिए कम जन्म दर पर काबू पाना एक सबसे अहम कार्य बन गया है। इस पहल में कंपनी जिम्मेदारी लेगी और देश में फर्टिलिटी दर बढ़ाने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। 

इस पहल पर कंपनियां खर्च कर रहीं मोटा पैसा
Ssangbangwool के अलावा सीएनएन की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि सियोल स्थित एक और मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बूयॉन्ग ग्रुप द्वारा इस महीने की शुरुआत में कुछ ऐसी ही घोषणा की गई थी। इसमें कहा गया था कि कंपनी अपने कर्मचारियों को प्रति बच्चा 75,000 डॉलर का बोनस देगी। इस बर्थ प्रोग्राम के तहत बूयॉन्ग ग्रुप ने तो उन कर्मचारियों के लिए बोनस बढ़ा दिया है, जिनके 2021 के बाद से बच्चे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे 70 कर्मचारी हैं, जो 2021 से अब तक माता-पिता बने हैं और कंपनी अपने इन कर्मचारियों को 5.25 मिलियन डॉलर (करीब 43 करोड़ रुपये) नकद वितरित करने की तैयारी में है।



सरकार भी कर रही कंपनियों की मदद
चीन और जापान की तरह ही South Korea भी जन्मदर में गिरावट के साइडइफेक्ट्स से जूझ रही है। बढ़ती उम्र और असंतुलित आबादी का मतलब है कि देश में सेवानिवृत्त वृद्ध लोगों की संख्या में जोरदार इजाफा हो सकता है, जबकि देश में युवा आबादी कम हो रही है। दक्षिण कोरिया को अपनी वर्तमान जनसंख्या को बनाए रखने के लिए 2.1 की प्रजनन दर की आवश्यकता है। कंपनियों की इस पहल में सरकार भी योगदान कर रही है और बीते 13 फरवरी को ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल (Yoon Suk Yeol) ने 13 फरवरी को अपने प्रशासन को उन कंपनियों के लिए टैक्स इंसेंटिव और सब्सिडी देने का आदेश दिया था, जो अपने कर्मचारियों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। राजधानी सियोल (Seoul) में तो म्युनिसिपल अथॉरिटीज माता-पिता को हर महीने 750 डॉलर दे रहे हैं, जब तक कि उनके बच्चे एक वर्ष के नहीं हो जाते।

Mahima

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