कॉमनवैल्थ गेम्स घोटाले में मनमोहन पर कसेगा शिकंजा

Tuesday, Apr 11, 2017 - 04:41 AM (IST)

नई दिल्ली: कॉमनवैल्थ गेम्स में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी शिकंजा कसता दिखाई दे रहा है। इसकी वजह पब्लिक अकाऊंट कमेटी का उस विवादित रिपोर्ट को स्वीकार करना है जिसमें मनमोहन सिंह पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे। इसमें उनके प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए सुरेश कलमाड़ी को इन गेम्स के आयोजन वाली कमेटी का अध्यक्ष चुनने और इस दौरान हुए भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े किए गए थे। 

जानकारी के मुताबिक पी.ए.सी. ने 14 जनवरी, 2005 को तत्कालीन पी.एम. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रियों की बैठक और इसमें दिए गए खेल मंत्रालय के बयानों को भी सिरे से खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जब तत्कालीन पी.एम. मनमोहन सिंह के पास इस प्रोजैक्ट को लेकर बात आई थी तो उन्होंने इसकी जिम्मेदारी दूसरे को देने की बजाय पहले से निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक इसको आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था। 

इसके अलावा इसकी रिपोर्ट बनाने में भी करीब 2 माह की देरी की गई। अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक राजनीतिक दबाव की वजह से इस दौरान कैबिनेट सचिवालय इस बाबत जिम्मेदारी तय करने में भी नाकाम रहा। वहीं यू.पी.ए.-2 के दौरान इस पर विचार किया गया। गौरतलब है कि दिल्ली में 3-14 अक्तूबर 2010 के बीच राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया गया था। इसके आयोजन में अनियमितता बरतने को लेकर कांग्रेस के कई बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे।

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