विदेशी ताकतें जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं चाहतीं, भटके नौजवान मुख्यधारा में लौटें : मोदी

Saturday, May 19, 2018 - 11:04 PM (IST)

श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को श्रीनगर में कहा कि विदेशी ताकतें जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं चाहतीं, लेकिन राज्य की समस्याओं का समाधान विकास से ही संभव है।  राज्य को केंद्र से दिए गए पैकेज का आधा हिस्सा सडक़ों के निर्माण पर ही खर्च किया जा रहा है। मोदी ने घाटी के भटके युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने किशनगंगा हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट देश को समर्पित किया। 


मोदी ने श्रीनगर में कहा कि विदेशी ताकतें नहीं चाहती हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास हो। हमारी सरकार रास्ते से भटके युवाओं को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रही है। इस युवा पीढी पर बड़ी जिम्मेदारी है। कश्मीर के युवाओं के द्वारा उठाया गया हर हथियार विकास को रोकता है। दुनिया की ऐसी ताकत नहीं जो भाई को भाई से अलग कर सके। मां का दूध सबको बराबर मिलता है।

 कश्मीरियत का मुरीद हूं
ये उस परंपरा की धरती है, जो दुनिया में कहीं नहीं है। कश्मीरित के अटल जी भी कायल रहे हैं और मोदी भी इसका मुरीद है। मैं तो पहले भी कह चुका हूं कि यह समस्या न गाली से होगी और न ही गोली से। रमजान के महीने में सीजफायर का फैसला लेना इसी का उदाहरण है।

अस्थिरता से बाहर आओ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि गुमराह युवाओं की ओर से उठाया गया प्रत्येक पत्थर और हथियार जम्मू कश्मीर और देश को अस्थिर करता है। मोदी ने इसके साथ ही राज्य के लोगों से इस अस्थिरता से बाहर आने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। रमजान के महीने के दौरान आतंकवाद निरोधक अभियान रोकने की घोषणा के बाद मोदी पहली बार राज्य के दौरे पर हैं।
 

रिंग रोड की रखी आधारशिला
मोदी ने इसके साथ ही श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र  (एस.के.आई.सी.सी.) श्रीनगर में श्रीनगर रिंग रोड की आधारशिला रखी। 42ण्1 किलोमीटर लंबी चार लेन वाली श्रीनगर रिंग रोड पश्चिम श्रीनगर स्थित गलांदर को बांडीपुरा  जिले में सुंबल से जोड़ेगी।
श्रीनगर में रिंग रोड का उद्देश्य इन शहरों में यातायात सघनता को कम करना और सडक़ यात्रा को सुरक्षित, तेज, अधिक सुविधाजनक और अधिक पर्यावरण अनुकूल बनाना है।
 

Monika Jamwal

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