आप भी है कोल्ड ड्रिंक पीने के शौकीन, तो जरूर पढ़ें ये खबर

Thursday, Apr 09, 2020 - 11:11 AM (IST)

नई दिल्ली: ज्यादातर लोग कोल्ड ड्रिंक के बहुत शौकीन होते हैं। यह अलग-अलग रंग और फ्लेवर में बिकता है जो लोगों को काफी आकॢषत करता है। जहां कुछ लोग स्नैक के साथ सोडे की चुस्की लेते हैं तो कुछ लोग मार्कीट जाने पर इसे पीने से खुद को रोक नहीं पाते। गर्मी के मौसम में इसकी मांग अधिक होती है लेकिन आप जिस ड्रिंक को पी रहे हैं उससे आपके शरीर को कुछ देर के लिए ठंडक जरूर मिलती है लेकिन यह आपकी सेहत पर खराब असर डाल सकता है।

 

अध्ययनों से पता चलता है कि कोल्ड ड्रिंक विशेष रूप से हमारी किडनी को नुक्सान पहुंचा सकती है। इसमें कृत्रिम मिठास और अधिक मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है जो सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता इसलिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए। नींबू और लाइम फ्लेवर के हल्के रंग के सोडे में अधिक फास्फोरस नहीं होता इसलिए इनका सेवन किया जा सकता है।  अगर आप भी कोल्ड ड्रिंक पीने के शौकीन हैं तो किडनी से जुड़े रोगों से बचने के लिए इसका सेवन बंद कर दें या फिर सीमित मात्रा में सेवन करें।

 

किडनी स्टोन
कोल्ड ड्रिंक कार्बोनेटेड वाटर, शूगर, फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और रसायनों का मिश्रण है। इसके अलावा इसमें फास्फोरिक ऐसिड की अधिक मात्रा होती है जिसके कारण किडनी स्टोन का जोखिम बढ़ जाता है। सोडा पीने से किडनी रोग भी होता है जिससे किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है और अंतत: फेल हो जाती है। एक अध्ययन के अनुसार हर दिन दो या इससे अधिक कोला का सेवन करने से क्रॉनिक किडनी डिजीज हो सकती है।

 

महिलाओं के लिए ज्यादा खतरनाक
अध्ययन से पता चलता है कि कोल्ड ड्रिंक महिलाओं के लिए ज्यादा खतरनाक है। इसमें पाए जाने वाले कृत्रिम मिठास के कारण महिलाओं में सबसे अधिक किडनी से जुड़ी बीमारियां होती हैं। 

 

रिनल डिसफंक्शन
सोडे में फॉस्फोरस पाया जाता है। लंबे समय तक अधिक मात्रा में सोडा का सेवन करने से किडनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और रिनल डिसफंक्शन की संभावना बढ़ जाती है। रोजाना दो या इससे अधिक कम कैलोरी युक्त कृत्रिम मिठास वाला सोडा पीने से महिलाओं में किडनी फंक्शन कम होने का जोखिम दोगुना बढ़ जाता है।

vasudha

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