कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर

Saturday, Apr 06, 2024 - 11:57 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच दिलचस्प लड़ाई के संकेत मिल रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल करने वाली कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। वहीं 2019 के आम चुनाव में 25 सीटें जीतने के बाद भाजपा राज्य में जमीनी नेटवर्क को भुनाने के लिए मजबूत योजना पर काम कर रही है। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि सूबे में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर होगी। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राज्य की 14 सीटों पर मतदान होगा।

जातियों समुदायों को साधने की कवायद तेजः जातियों और समुदायों को साधने की भी अलग स्तर पर कवायद चल रही है। कांग्रेस भाजपा के लिंगायत वोट बैंक में सेंधमारी कर वोक्कालिगा का समर्थन हासिल करने की आस में है। जेडीएस के भाजपा के साथ जाने की वजह से मुस्लिम समुदाय का भी समर्थन मिलने की उम्मीद है।

ग्रामीण बनाम समीकरण-

विशेषज्ञ बताते है कि यहां मामला फिफ्टी-फिफ्टी का है। कांग्रेस के साथ उसकी गारंटी है जिसपर पार्टी ने अमल किया है। इसका लाभ भी उसे मिल रहा है। बीजेपी की गारंटी यहां उतनी कारगर नहीं है क्योंकि लोगों को लगता है कि यहां कांग्रेस की सरकार है जिसने कई योजनाओं को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है।

मुद्दे गौण करने की कोशिश

इस बार भी राष्ट्रवाद, हिंदुत्व व जातीय समीकरण को मुख्य हथियार के रूप में आजमाया जा रहा है। हर चीज को राष्ट्रवाद या गारंटी के चश्मे से दिखाने की कोशिश होगी। कर्नाटक की कुल जनसंख्या 6.11 करोड़ है। इसमें से हिन्दू 5.13 करोड़ यानी 84 प्रतिशत हैं। वहीं मुस्लिम जनसंख्या 79 लाख यानी 12.91 फीसदी हैं।

 

Radhika

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