अमेरिका में अब भारतीय नर्तक की गोली मारकर हत्या; भारतीय दूतावास ने की निंदा, ‘‘समझ से परे संवेदनहीन हिंसा'''' बताया
Sunday, Mar 03, 2024 - 11:33 AM (IST)
न्यूयॉर्कः अमेरिका में भारतीयों व भारतीय-अमेरिकी पर हुए एक और हमले में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के छात्र एवं 34 वर्षीय शास्त्रीय नर्तक की मिसौरी के सेंट लुइस में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुचिपुड़ी एवं भरतनाट्यम नर्तक अमरनाथ घोष को सेंट लुइस एकेडमी और सेंट्रल वेस्ट इंड इलाके की सीमा के निकट कई गोलियां मारी गईं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वह पिछले साल पश्चिम बंगाल से अमेरिका आए थे। समाचार पोर्टल ‘5 ऑन योर साइड' की शुक्रवार की खबर के अनुसार, सेंट लुइस मेट्रोपोलिटन पुलिस विभाग के अनुसाार, डेलमर बौलेवार्ड और क्लेरेंडन एवेन्यू में मंगलवार शाम सात बजकर 15 मिनट पर यह गोलीबारी हुई।
घोष वाशिंगटन विश्वविद्यालय के ‘परफॉर्मिंग आर्ट्स' विभाग से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे थे। बंगाल के सूरी शहर के रहने वाले घोष चेन्नई के प्रतिष्ठित संस्थान कलाश्रेष्ठ के पूर्व छात्र थे। इस बीच, अमरनाथ के चाचा श्यामल घोष ने शनिवार को कहा कि अमेरिका में उनके भतीजे की मौत के बारे में उन्हें अब तक विस्तृत जानकारी नहीं मिली है, जबकि घटना को चार दिन बीत चुके हैं। समाचार पोर्टल ने अमरनाथ की मित्र हिमा कुप्पा के हवाले से कहा, ‘‘वह (अमरनाथ) बैले नृत्य सीख रहे थे। मुझे लगता है कि यह वाशिंगटन विश्वविद्यालय में पूर्ण छात्रवृत्ति थी। उनका सपना नृत्य में पीएचडी की उपाधि हासिल करना और हमारी कुचिपुड़ी कला अकादमी में हमारे साथ पूर्णकालिक काम करने का था।''
अमरनाथ की हत्या के बाद, शिकागो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने स्थानीय पुलिस और विश्वविद्यालय के समक्ष यह मुद्दा उठाया। भारत के वाणिज्य दूतावास ने मृतक के रिश्तेदारों को हरसंभव मदद का उल्लेख करते हुए शिकागो में ‘एक्स' पर पोस्ट किया कि उसने निंदनीय हमले की जांच के लिए सेंट लुइस पुलिस और विश्वविद्यालय के समक्ष मामले को दृढ़ता से उठाया है। मृतक के परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इसने कहा, ‘‘हम फॉरेंसिक विभाग, पुलिस के साथ जांच कर रहे हैं और सहायता प्रदान कर रहे हैं।''
वाशिंगटन विश्वविद्यालय ने हत्या की घटना की निंदा करते हुए इसे ‘‘समझ से परे संवेदनहीन हिंसा'' बताया है। छात्र मामलों की कुलपति डॉ एना गोंजालेज ने वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सभी छात्रों, संकाय और कर्मचारियों को जारी एक बयान में कहा, ‘‘अमरनाथ के परिवार और मित्र जिस पीड़ा से गुजर रहे हैं, उसे व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं है। उनकी मृत्यु हम सभी के लिए एक बड़ा सदमा है। इस प्रकार की संवेदनहीन हिंसा समझ से परे है और हम इस नुकसान से टूट गए हैं।