सुरक्षा एजेंसियों का दावा- पहचाने गए शहीद जवान फयाज के हत्यारे

Thursday, May 11, 2017 - 07:58 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस को संदेह है कि हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकवादियों ने सेना के युवा कश्मीरी अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या की होगी और इस वारदात में पुलिसकर्मियों से छीनी एक इंसास राइफल का इस्तेमाल किया गया होगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि फयाज के शव पर प्रताडऩा का कोई निशान नहीं था। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक एसजेएम गिलानी ने कहा कि हमने प्रारंभिक जांच की है। यह शोपियां में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के एक मॉड्यूल (की संलिप्तता) की आेर इशारा करता है।

पुलिस को मिले 2 खाली कारतूस
पुलिस को उस स्थान से एक इंसास राइफल और 2 खाली कारतूस मिले हैं, जहां शोपियां में फयाज की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में हाल ही में हथियार छीनने की 2 घटनाएं हुई हैं। हमारे पास इस बारे में सुराग है कि कुलगाम में हथियार छीनने की घटना को लश्कर आतंकवादियों ने अंजाम दिया जबकि शोपियां अदालत परिसर (दो मई को) में हथियार छीनने की घटना में हिजबुल आतंकवादी शामिल थे। इसलिए यह उन हथियारों में से एक हो सकता है।

गोलियों से छलनी मिला था शव
गौरतलब है कि फयाज यहां से करीब 74 किलोमीटर दूर बाटापुरा में अपने मामा की बेटी की शादी में शरीक होने गए थे जहां से मंगलवार रात करीब 10 बजे आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया था। गोलियों से छलनी उनका शव कल सुबह मिला। कुलगाम जिला निवासी फयाज पिछले साल दिसंबर में सेना में शामिल हुए थे।  सेना ने इस जघन्य आतंकी हरकत को अंजाम देने वालों को न्याय के दायरे में लाने का संकल्प लिया।

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