राहुल ने BJP पर साधा निशाना, कहा- मोदी सरकार ने मेहुल चौकसी को दी क्लीन चिट
Saturday, Aug 04, 2018 - 05:24 AM (IST)
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के एंटीगुआ की नागरिकता हासिल करने को लेकर शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपए की ‘लूट करने’ वाले मेहुल चोकसी को इस सरकार ने ‘क्लीन चिट’ दी ताकि वह एंटीगुआ का नागरिक बन सके।
In today’s big news: India gave Mehul “Bhai” Chowksi, Mr 56’s “suit-boot” BFF, a clean chit in Nov 2017, enabling him to obtain Antiguan citizenship. This “Bhai” looted PNB of 13,000 Cr., before scooting from India.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 3, 2018
Here’s a little video of Mr 56 with Mehul “Bhai” 🤫 pic.twitter.com/tt8K5XzBH4
गांधी ने एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘‘आज की बड़ी खबर: भारत ने श्रीमान 56 के ‘सूटबूट’ वाले मित्र मेहुल ‘भाई’ चोकसी को 2017 में क्लीनचिट दी जिससे उसने एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ‘भाई’ ने पीएनबी के 13,000 करोड़ लूटे और फिर भारत से फरार हो गया।’’ इससे पहले
Why did the Prime Minister, Shri Narendra Modi not raise the issue of Antigua’s Citizenship being granted to Mehul Choksi, during his meeting with Antigua PM, Gaston Browne in April, 2018 6/https://t.co/9mRYRSxA8f pic.twitter.com/euaJcOnDgQ
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 3, 2018
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान जारी कर कहा कि एंटीगुआ की ‘सिटिजनशिप इन्वेस्टमेंट यूनिट’ ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था जिसमें कहा गया है कि मई, 2017 में भारतीय विदेश मंत्रालय ने मेहुल चोकसी को नागरिकता देने के लिए ‘क्लीन चिट’ प्रमाणपत्र जारी किया था।
Why did the PMO not act despite the complaint dated 7th May, 2015 & 26th May, 2015 nor direct the External Affairs Ministry/CBI/ED/SEBI/SFIO to take action?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 3, 2018
Does it not put a question mark on the role of the PMO? 5/ #MehulChoksi
सुरजेवाला ने एक एंटीगुआ की ‘सिटिजनशिप इन्वेस्टमेंट यूनिट’ की प्रेस विज्ञप्ति की एक प्रति जारी करते हुए यह दावा किया कि ‘क्लीन चिट’ प्रमाणपत्र में स्पष्ट किया गया था कि चोकसी को लेकर कोई ‘प्रतिकूल सूचना’ नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि अप्रैल, 2018 में एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चोकसी को नागरिकता दिए जाने का मुद्दा क्यों नहीं उठाया, जबकि उसे इस साल चार जनवरी को नागरिकता प्रदान कर दी गई थी।