Chocolate day 2019: ठंडे रिश्ते में लाएं प्यार की गर्माहट

Saturday, Feb 09, 2019 - 09:52 AM (IST)

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जालंधर (शीतल जोशी): ‘त्यौहार प्यार का खुशियां संग लाया है, न रहे कोई भी रंग फीका, कर लेते हैं पहले कुछ मुंह मीठा...’ प्यार के मौसम में सब शुभ हो इसलिए मुंह तो मीठा करना ही चाहिए। वैलेंटाइन वीक के तीसरे दिन को ‘चॉकलेट-डे’ के रूप में मनाया जाता है। चॉकलेट का नाम सुनते ही बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के मुंह में पानी आ जाता है। हो भी क्यों न चॉकलेट की मिठास के दीवाने तो सभी होते हैं। ‘प्रपोज-डे’ पर प्रवान चढ़ते प्यार का जश्न चॉकलेट खाकर मनाया जाता है। वैलेंटाइन-डे पर सिर्फ प्रेमी-प्रेमिका के प्यार को परवान चढ़ाने के दिन के रूप में ही नहीं मनाया जाता बल्कि अब यह दिन हर रिश्ते-नाते को मधुर बनाने और सहेजकर रखने के लिए मनाया जाता है। 

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हजारों साल पुराना है चॉकलेट का इतिहास

चॉकलेट का निर्माण कोको के बीजों से किया जाता है। अमरीका में 4000 साल पहले कोको के पेड़ की खोज हुई थी। कोको पेड़ के चार-पांच साल की आयु में ही बीज बनने शुरू हो जाते हैं। इसके 300 प्रकार के प्राकृतिक फ्लेवर एवं 400 प्रकार की अलग-अलग सुगंध होती है। प्राचीन माया सभ्यता में कोको की फसल का बहुत महत्व था। वहां शादी या अन्य खुशी के अवसरों पर चॉकलेट का बहुत प्रयोग करते थे। कोको की अच्छी फसल के लिए मनुष्य की बलि भी चढ़ाई जाती थी। राजा की मौत पर उसकी कब्र के साथ चॉकलेट के बड़े-बड़े बक्से भी रखे जाते थे। दूसरे महायुद्ध के दौरान जर्मन वैज्ञानिकों ने स्टील बम को लपेटने के लिए चॉकलेट कवर का प्रयोग किया था। इंगलैंड में चॉकलेट 1650 में पहुंची और अंग्रेजी कम्पनी ने 1842 में सबसे पहला चॉकलेट बार खोला था।  स्पेन के बार्सिलोना में 1780 में चॉकलेट बनाने की पहली मशीन बनाई गई थी। दुनिया में 70 प्रतिशत कोको का उत्पादन अफ्रीका में होता है। यह मीठा लगने वाले चॉकलेट का असल स्वाद बहुत ही कड़वा होता है। कोको के 800 बीजों से 1 किलो चॉकलेट बनाया जाता है।

अलग-अलग फ्लेवर की चॉकलेट का वैलेंटाइन वीक में उठाए लुत्फ

ग्लोबलाइजेशन के इस वैलेंटाइन वीक में विभिन्न कम्पनियां भी लोगों के चॉकलेट्स के स्वाद में चार-चांद लगाने के लिए अलग-अलग फ्लेवर में चॉकलेट मार्कीट में ला रही हैं। सोशल मीडिया पर अपडेट रहने वाले युवा ऐसे चॉकलेट गिफ्ट को खूब पसंद भी कर रहे हैं। चॉकलेट-डे पर अपने प्रियजनों को गिफ्ट करने के लिए स्पैशल आर्डर पर होम मेड चॉकलेट बुके, चॉकलेट ट्रे, बास्केट ज्यादा डिमांड में हैं। चॉकलेट गिफ्ट करने के लिए लोग अपने टैस्ट के हिसाब से भी उन्हें स्पैशल आर्डर देकर तैयार करवा रहे हैं।’’ -नरेश मित्तल (लवली स्वीट्स)

प्यार की फीलिंग्स कोई दिखावे की चीज नहीं

वैलेंटाइन वीक मनाना आजकल फैशन बन गया है। मीडिया में वैलेंटाइन के बारे में पढ़कर बच्चों को समझाना बहुत मुश्किल हो जाता है। वैसे भी प्यार की फीलिंग्स कोई दिखावे की चीज नहीं है। बच्चों को समय के साथ अपडेट करने के लिए चॉकलेट-डे, टैडी-डे पर वह उन्हें ऐसे कुछ उपहार जरूर दिलवाती है। बच्चों के साथ ज्यादा समय बिता कर उनके साथ फ्रैंडली होने के लिए यह दिन अच्छा है।’’  -रुचिका मित्तल (गृहिणी)

तनाव को कम करती है चाकलेट

चॉकलेट एक ओर जहां प्यार का इजहार करने पर मुंह मीठा करवाने के लिए प्रयोग की जाती है, वहीं इसे खाने से थकान, तनाव भी कम होता है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई कि खेल के मध्य में चॉकलेट ड्रिंक पीने से खिलाडियों की खेल क्षमता में वृद्धि हुई। एक अन्य शोध के अनुसार डार्क चॉकलेट खाने से दिमाग में काम करने की शक्ति और आंखों की क्षमता भी बढ़ जाती है। इसमें मौजूद रसायन रक्त संचार सुधारते हैं। गहरे रंग की चॉकलेट 50 प्रतिशत तक हार्ट अटैक से बचाती है। चेहरे की झुर्रियों से बचने के लिए भी कुछ मात्रा में चॉकलेट खाएं। एक रिसर्च के अनुसार एक ओर जहां चॉकलेट खाने से डिप्रैशन का शिकार लोगों को आराम मिलता है, वहीं इसके अधिक सेवन करने के कई नुक्सान भी हैं।’’ -डा. अमन सूद, मनोवैज्ञानिक सिविल अस्पताल जालंधर।

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Niyati Bhandari

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