चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस के नीलांशु 14,100 से ज्यादा मतों से जीते

Sunday, Nov 12, 2017 - 02:21 PM (IST)

सतना: मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में आज कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी शंकरदयाल त्रिपाठी को लगभग चौदह हजार मतों से पराजित कर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा। राज्य में विधानसभा चुनाव के ठीक एक वर्ष पहले हुए इस उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से पार्टी को एक तरह से संजीवनी मिली है, वहीं राज्य में 14 वर्षों से सत्तारूढ़ भाजपा को इस नतीजे ने आत्ममंथन के लिए मजबूर कर दिया है। इसके पहले कुछ माह पहले भिंड जिले के अटेर विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस के हाथों भाजपा को पराजय का सामना करना पडा है।

कांग्रेस के परंपरागत गढ़ चित्रकूट में कांग्रेस प्रत्याशी चतुर्वेदी ने पूरे उन्नीस दौर की गणना के बाद 66 हजार आठ सौ 10 मत हासिल किए और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के त्रिपाठी को 52 हजार छह सौ से अधिक मतों में ही संतोष करना पड़ा। इस प्रकार चतुर्वेदी चौदह हजार से अधिक मतों से विजयी घोषित किए गए। कांग्रेस प्रत्याशी की बढत एक बार तो बीस हजार से अधिक हो गई थी लेकिन मतगणना के अंतिम दौर में बढ़त का अंतर कम हो गया। चित्रकूट में कुल बारह प्रत्याशी थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही रहा। इस बीच राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पराजय स्वीकारते हुए कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी।

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पार्टी की विजय पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह सभी नेताओं के समन्वित प्रयासों और कार्यकर्त्ताओं की लगन का परिणाम है। इस विजय पर वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने भी खुशी जताते हुए कहा कि राज्य में अब लोग भाजपा के शासन से तंग आ चुके हैं। यह नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं। इस बीच प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सैकडों पार्टी कार्यकर्त्ता और नेता एकत्रित हो गए और उन्होंने ढोल बाजों के साथ अपनी खुशी का इजहार किया। अनेक कार्यकर्ता नृत्य करते हुए भी नजर आए।

भाजपा ने पराजय स्वीकार की
भाजपा मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव का औपचारिक नतीजा घोषित होने के पहले ही पार्टी की पराजय स्वीकारते हुए कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। चौहान ने यहां मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का परंपरागत गढ़ रहा है और भाजपा ने वहां विधानसभा उपचुनाव में पार्टी का परचम लहराने के लिए सभी प्रयास किए। अब पार्टी जनादेश स्वीकार करती है और भविष्य में प्रयास किए जाएंगे कि चित्रकूट की जनता का मन पार्टी किस प्रकार जीत सकती है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट दस्यु प्रभावित क्षेत्र रहा है और कांग्रेस वहां हमेशा से विजय हासिल करती आई है। भाजपा को मात्र एक बार ही इस क्षेत्र में विजय प्राप्त हुई है। अब पार्टी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान पूरा प्रयास करेगी कि इस सीट पर भी पार्टी की विजय सुनिश्चित हो।

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