सीमा पर तालमेल में सुधार के लिए चीनी सेना का प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर

Wednesday, Jul 04, 2018 - 12:20 AM (IST)

नई दिल्ली : चीनी सेना का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भारत में है। वह विवादित सीमा पर दोनों मुल्कों की सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के लक्ष्य से यहां आया है। डोकलाम गतिरोध के बाद चीनी सेना के प्रतिनिधिमंडल की इस तरह की यह पहली यात्रा है। चीनी सेना के पश्चिमी थिएटर कमान के उप कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल लियु शियाओवु के नेतृत्व वाले चीनी सेना के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता में किए गए फैसलों के अनुरूप है।

सूत्रों ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल भारत में छह जुलाई तक रहेगा। प्रतिनिधिमंडल ने वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबु से मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई। इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास -हैंड इन हैंड को बहाल करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। यह अभ्यास डोकलाम गतिरोध के मद्देनजर पिछले साल नहीं हुआ था।

मोदी और शी के बीच अप्रैल में वुहान में जब अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई थी तो सैन्य संबंधों को बहाल करने की आवश्यकता का भारत और चीन ने समर्थन किया था। सेना ने एक वक्तव्य में कहा , ‘उस दिशा में स्थानीय सैन्य मुख्यालय में सैन्य प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा सैन्य कमांडर स्तर पर संवाद बढ़ाने और सीमा पर शांति कायम रखने के लिए विभिन्न समझौतों को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ’

प्रतिनिधिमंडल सेना के पूर्वी कमान की भी यात्रा करेगा और 33 वीं कोर के मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संवाद करेगा। सेना ने कहा , ‘सुकना में ठहरने के दौरान आगंतुक गणमान्य लोग प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के अतिरिक्त एक - दूसरे के साथ बेहतर तालमेल और विचारों के आदान - प्रदान के लिए विभिन्न स्तरों पर संवाद करेंगे।’ भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व त्रिशक्ति कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप एम बाली करेंगे।  

shukdev

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