नापाक हरकत पर चीन को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब, भारत ने LAC पर तैनात की बोफोर्स तोपें
Wednesday, Oct 20, 2021 - 07:32 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के पास चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बोफोर्स तोपें तैनात कर दी हैं। चीन की ओर से जारी घुसपैठ को देखते हुए भारत सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है। समाचार एजेंसी ANI ने इस बात की जानकारी दी है। चीन की तरफ से किसी भी संभावित घुसपैठ की आशंका को देखते हुए भारतीय जवान सर्तक हो गए हैं और सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है।
Bofors guns deployed in a forward area along the Line of Actual Control (LAC) in Arunachal Pradesh pic.twitter.com/qqbFApYaAa
— ANI (@ANI) October 20, 2021
अभी हाल ही में चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने अरुणाचल को लेकर एक विवादित बयान भी दिया था। उन्होंने कहा थाकि चीन अवैध रूप से बने तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता है और भारत के उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के इस क्षेत्र में किए गए दौरे का विरोध करता है। इस पर भारत की तरफ से भी चीन को बेहद सख्त शब्दों में जवाब दिया गया था। भारत ने कहा था कि हम ऐसे बयानों को खारिज करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का अटूट और अभिन्न हिस्सा है।
'भारत की तैयारी ‘अत्यंत उच्च स्तर’ की है'
सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने मंगलवार को कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर के सामने अपनी तरफ अंदरूनी इलाकों में तैनाती और सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है तथा भारत ने क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए इसी के अनुसार योजनाएं तैयार की हैं। कमांडर ने यह भी कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति का जवाब देने के लिए भारत की तैयारी ‘अत्यंत उच्च स्तर’ की है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अवसंरचना विकास की कोशिश कर रहे हैं और इससे कई बार मुद्दे उत्पन्न होते हैं।
'चीन LAC के साथ नए गांव स्थापित किए'
अधिकारी ने कहा था, ‘क्योंकि एलएसी के पास बुनियादी ढांचा खड़ा हो गया है, इसलिए सीमा पर सैनिकों की संख्या में थोड़ी वृद्धि हुई है।’ उन्होंने कहा था कि चीन का सैन्य अभ्यास उसकी रक्षा इकाइयों के बीच संयुक्त अभ्यास हैं जो एकीकृत दृष्टिकोण से किए जाते हैं और वहां अभ्यासों में वृद्धि हुई है। पूर्वी कमान के कमांडर ने कहा कि सीमा पर चीन की तरफ कुछ क्षेत्रों में नए गांव स्थापित किए गए हैं और भारत ने अपनी अभियानगत रणनीति में इसका संज्ञान लिया है क्योंकि आवासों को सैन्य उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।