एक साथ बैठ सकते हैं 1200 पैसेंजर्स, चीन की इस बस पर पीएम मोदी की नजरें

Sunday, Aug 07, 2016 - 01:52 PM (IST)

नई दिल्ली: सुबह जब दफ्तरों के निकलते हैं तो भारी ट्रैफिक से दो-चार होना पड़ता है ऐसे में कई बार ऑफिस पहुंचने में देरी हो जाती है जिससे बॉस की डांट भी खानी पड़ती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीन ने इस समस्या से निपटने के लिए दुनिया की पहली ट्रांजिट एलीवेटेड बस (TEB) का ट्रायल किया है। इस बस में 1200 पैसेंजर्स बैठ सकते हैं। साथ ही इसके नीचे से ट्रैफिक भी निकल सकता है। 3 अगस्त को किनहुआंगडाओ में इसका पहला ट्रायल किया गया जो कामयाब रहा।

मई में हुए 19th चाइना-बीजिंग हाईटेक एक्सपो में इसका मिनी मॉडल दिखाया गया था। ये बस सड़क के दोनों ओर बिछी पटरियों पर चलती है। चीन ने इसे नॉन-पॉल्यूटेड व्हीकल बताया है। ब्राजील और इंडोनेशिया ने भी इस बस सिस्टम में इंटरेस्ट दिखाया है। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बस के बारे में जानना चाहते हैं। पिछले महीने मोदी ने कई मंत्रियों के साथ बैठक की थी इसमें नैशनल हाईवे कॉरिडोर्स पर ट्रैफिक फ्लो सुधारने के लिए सड़कों को चौड़ा करने का प्रपोजल आया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री से न केवल चीन की टीईबी के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कहा है बल्कि ये पता लगाने के लिए भी कहा है कि क्या इन बसों को शहरों की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर चलाया जा सकता है। बता दें इससे पहले मोदी ने गुजरात का सीएम रहने के दौरान एक नई शुरुआत की थी। उन्होंने एक डॉक्यूमेंट्री देखी थी जिसे उन्हें हाइड्रॉलिक मशीन से ट्री-ट्रांसप्लांटेशन का आइडिया आया था। उन्होंने गुजरात के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को इसपर विचार करने के लिए कहा था। इसके बाद गुजरात में ट्री-ट्रांसप्लांटेशन के लिए कनाडा से मशीनें इम्पोर्ट की गई थीं।
 

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