चीन पर भी चला मोदी का जादूः पाक को किया इग्नोर, कश्मीर मुद्दे पर बदला स्टैंड
Thursday, Oct 10, 2019 - 10:33 AM (IST)
बीजिंगः अपनी कूटनीतिक समझदारी से पूरी दुनियाका दिल जीतने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सबसे बड़े विरोधी देशों में शामिल चीन का भी अपने पक्ष में शामिल कर लिया है। हर मंच पर भारत की खिलाफत करने वाले चीन के अपने खास दोस्त पाकिस्तान को नजरअंदाज कर कश्मीर व आतंकवाद सहित गंभीर मुद्दों पर सुर बदले नजर आ रहे हैं जो वास्तव में हैरानीजनक है।
ड्रैगन झुकने के लिए हुआ विवश
चीन का रुख व भारत विरोधी भाषा बदलने का सारा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक पहल को जाता है। मोदी की प्रभावशाली और धारदार कूटनीति ने ड्रैगन को झुकने के लिए विवश कर दिया। चीन का यह रुख ऐसे समय आया है जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा शुरू करने वाले हैंं। चिनफिंग की भारत यात्रा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। वह 11अक्टूबर को नई दिल्ली आएंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चीन और भारत के बढ़तेतनाव के बीच दोनों देश कैसे आगे बढ़ते हैं।
बैकफुट पर चीन
शी की भारत यात्रा से पहले फिलहाल चीन कश्मीर मसले पर बैकफुट पर नजर आ रहा है व अपने शुरुआती बयान से पटल गया है। अनुच्छेद 370 खत् म होने के बाद जो चीन की पहली प्रतिक्रिया सामने आई थी उसमें चीन ने कहा था कि कश्मीर समस्या का समाधान संयुक्त राष्ट्र चार्टर और उसके प्रस्तावों के तहत होना चाहिए। तब चीन ने अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने को कहा था। चीन ने कहा था कि भारत जम्मू कश्मीर की यथास्थिति से कोई छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उस वक्त पाकिस्तान के लिए यह बयान राहत देने वाला था। लेकिन अब चीन के सुर बदले हुए हैं।
भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत
दो महीने के भीतर उसने कश्मीर मसले पर अपने रुख को बदल दिया है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर की बात करने वाला चीन पहली बार कश्मीर मसले को भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला मानते हुए इसे संवाद के जरिए समाधान तलाशने की बात कर रहा है इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है। चीन का कहना है कि कश्मीर के साथ बाकी अन्य विवादों को द्विपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाए जाएं।