मसूद अजहर पर बोला चीन- मामले को और उलझाएगा अमेरिका का कदम

Friday, Mar 29, 2019 - 06:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी की सूची में शामिल करने की राह में बार-बार रोड़े अटकाने की अपनी हरकत पर चीन ने बचाव किया है। चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद विरोधी समिति के अधिकार को कमतर समझ रहा है। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए जबरन लाया गया यह प्रस्ताव सिर्फ इस मामले को और उलझाएगा।


अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को चीन की मुसलमानों के प्रति शर्मनाक पाखंडकी आलोचना करते हुए कहा था कि चीन अपने यहां 10 लाख से ज्यादा मुसलमानों को प्रताड़ित कर रहा है लेकिन दूसरी तरफ वह हिंसक इस्लामिक आतंकी समूह को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध से बचाता है। चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र में अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करवाने के भारत के प्रस्ताव को बाधित किये जाने के चीन के कदम के संदर्भ में यह बात कही थी। 

इस पर प्रतिक्रिया करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया से कहा कि अगर ऐसा है तो जिस देश ने सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति में अधिकतम तकनीकी अड़चनें खड़ी की उसे ज्यादा आतंकियों को शरण देने वाला होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि संरा प्रतिबंध समिति में तकनीकी रोक लगाने की परंपरा समिति के नियमों के अनुरूप है। 


अमेरिका के प्रत्यक्ष संदर्भ के बगैर गेंग ने कहा कि अगर कोई देश तकनीकी रोक की वजह से चीन पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाता है तो क्या इसका मतलब यह है कि क्या ऐसे रोक लगाने वाले सभी देश आतंकियों को प्रश्रय दे रहे हैं? अगर इसका कोई अर्थ निकलता है तो क्या हम कहें कि अधिकतम अड़चन खड़ी करने वाला देश आतंकियों का सबसे बड़ा प्रश्रयदाता है?
 

vasudha

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