भारत के खिलाफ सीक्रेट प्लान में जुटा चीन, PM ली ने किया तिब्बत का गुप्त दौरा

Monday, Jul 30, 2018 - 01:51 PM (IST)

बीजिंगः चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने 25 से 27 जुलाई के बीच तिब्बत की राजधानी ल्हासा, यारलुंग जांगबो (ब्रह्मपुत्र नदी) और नायिंगची व शानन नगरों का सीक्रेट दौरा किया। इस दौरान उन्होंने तिब्बत को चीन के पवित्र क्षेत्र का अविभाज्य हिस्सा बताया और धर्मगुरुओं से राष्ट्रीय एकता और सद्भाव को बढ़ाने के लिए कहा। चीन के प्रधानमंत्री का तिब्बत के स्वायत्तशासी क्षेत्र का  3 दिवसीय दौरा शुक्रवार को ही पूरा हुआ, लेकिन इसकी खबर दो दिन बाद रविवार को दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  चीनी सरकार लगातार भारत को घेरने के अपने गुप्त प्लान पर लगातार काम कर रही है।

अपने  दौरे दौरान ली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि तिब्बत विकास और समृद्धि हासिल करेगा, राष्ट्रीय एकता की रक्षा करेगा और विभिन्न जातीय वर्गो के बीच एकजुटता को बढ़ावा देगा। ली ल्हासा में दलाई लामा के परंपरागत आवास प्रसिद्ध पोटाला महल गए और उन्होंने कहा कि सरकार सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने के साथ-साथ उसे बढ़ावा देगी। अब यह स्थान यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में शामिल है। 

चीन के प्रधानमंत्री ल्हासा में जोखंग मोनेस्ट्री भी गए जिसे तिब्बत में सबसे पवित्र-स्थल माना जाता है। इस साल यहां आग लग गई थी, मगर प्रतिबंध के कारण अग्निकांड में हुए नुकसान का पता नहीं चल पाया था। बीते हफ्ते ही अमरीकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा था कि चीन की सरकार द्वारा तिब्बती लोगों का निर्दयता से दमन किया गया है। इतना ही नहीं इसी साल जून में UNHC हाई कमिशनर ने कहा था कि तिब्बत में स्थितियां तेजी से खराब होती जा रही हैं।  

Tanuja

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