ताइवान का पलटवारः दुनियाभर के लोकतंत्रों के लिए चुनौती बना चीन, भारत से टकराव इसका उदाहरण

Saturday, Oct 10, 2020 - 12:09 PM (IST)

 

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की नाराजगी को दरकिनार कर ताइवन अपना राष्ट्रीय दिवस (नेशनल डे) मना रहा है जिससे ड्रैगन भड़क गया धमकाने के लिए शुक्रवार शाम को नैशनल डे की पूर्व संध्‍या पर अपने लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा के पास भेज दिए। इसके जवा में ताइवान के नैशनल डे पर दिए अपने भाषण में देश की राष्‍ट्रपति त्‍साई इंग वेन ने चीन पर जोरदार हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि चीन दुनियाभर के लोकतंत्रों के लिए चुनौती बन गया है और भारत-चीन सीमा पर झड़प इसका उदाहरण है।

 

राष्‍ट्रपति वेन ने यह भी कहा कि चीन अगर अगर समानता और गरिमा बनाए रखता है और दोनों के बीच संबंध सुधारना चाहता तो हम सार्थक बातचीत के लिए तैयार हैं। राष्‍ट्रपति वेन ने अपने भाषण में कहा, 'दक्षिण चीन सागर में विवाद, चीन-भारत सीमा पर झड़प, हॉन्‍ग कॉन्‍ग में चीन का दमन यह स्‍पष्‍ट रूप से द‍िखाता है कि हिंद-प्रशांत इलाके में लोकतंत्र, शांति और समृद्धि गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।' उन्‍होंने कहा कि हम अपनी रक्षा की क्षमता को बढ़ा रहे हैं और सेना हमारा भविष्‍य है और इसे लगातार मजबूत करने के लिए काम करते रहेंगे।

 

उन्‍होंने कहा कि हम लगातार देश में अत्‍याधुनिक हथियार और सबमरीन बना रहे हैं। हम अत्‍यंत प्रशिक्षित जवानों को तैयार करने पर काम कर रहे हैं। राष्‍ट्रपति ने कहा कि चीनी सेना पीएलए की गतिविधियां अनुचित हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देश कई गठबंधन कर रहे हैं ताकि उनकी उनकी राष्‍ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र बाहरी प्रभाव से प्रभावित न हो। उन्‍होंने कहा कि अगर चीन अपनी दुश्‍मनी को भुलाने और समानता तथा गरिमा के आधार पर संबंधों को सुधारने के लिए इच्‍छुक है तो हम सार्थक बातचीत के लिए तैयार हैं।

Tanuja

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