खतरे में भारत की सुरक्षा, चीन ने बढ़ाई मुसीबत

Monday, Oct 02, 2017 - 01:55 PM (IST)

बीजिंगः अभी डोकलाम विवाद का पूरी तरह अंत हुआ नहीं कि चीन ने भारत के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी। चीन ने रविवार को  5.8 अरब डॉलर (378 अरब रुपए) की लागत से बने 409 किमी लंबे नए एक्सप्रेस वे को चालू कर दिया। यह हाईवे तिब्बत की राजधानी ल्हासा को न्यिंगची से जोड़ेगा। यह भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगा हुआ इलाका है इसलिए यह भारत की रक्षा चिंताओं को बढ़ाने वाला है।

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार यह एक्सप्रेस वे चालू होने से पर्यटकों के खास आकर्षण के केंद्र दोनों शहर जुड़ गए हैं। 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की दर से इस सड़क पर सफर करें तो ल्हासा से न्यिंगची के बीच की दूरी आठ की बजाए मात्र पांच घंटे में तय की जा सकेगी। चीन ने तिब्बत पर कब्जा जमाने के बाद उक्त हाईवे समेत जिन एक्सप्रेस वे का निर्माण किया है, वो रक्षा परिवहन की दृष्टि से भी अहम हैं। इससे चीन सेना व हथियारों को तेजी से सीमा पर ला सकेगा। फिलहाल नए एक्सप्रेस वे पर चीन ने भारी वाहनों पर अस्थाई रोक लगा रखी है।

तिब्बत में चीन का तेजी से सड़क निर्माण भारत के लिए नई चुनौती जैसा है। भारत को अपनी सीमा में तेजी से बुनियादी ढांचे का विकास करना होगा। चीन व भारत के बीच 3,488 किमी लंबी सीमा विवादित है। वह अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत मानता है, जबकि भारत का कहना है कि विवाद अरुणाचल का नहीं अक्साई चीन क्षेत्र का है, जिसे चीन ने 1962 की लड़ाई में कब्जा लिया है।

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