चीन-ईरान की दोस्ती भारत पर पड़ी भारी, चाबहार रेल परियोजना से हुआ बाहर

Tuesday, Jul 14, 2020 - 01:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत को घेरने के लिए चीन कई पैंतरे अपना रहा है। नेपाल के बाद अब वह ईरान को भी भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की ​कोशिश कर रहा है, इसी का नतीजा है कि ईरान ने चाबहार रेल परियोजना से भारत को बाहर कर दिया है। हालांकि इसकी वजह भारत की ओर से फंड मिलने में देरी बताई है।


ईरान और भारत के बीच चार साल पहले चाबहार से अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर ज़ाहेदान तक रेल लाइन बिछाने को लेकर समझौता हुआ था। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने अब कहा कि भारत की ओर से प्रोजेक्ट को फंड मिलने में देरी हुई है जिसकी वजह से वह स्वयं काम शुरू कर रहा है। 628 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग को बिछाने का काम बीते सप्ताह शुरू हो गया है


यह परियोजना अफगानिस्‍तान और मध्‍य एशिया तक एक वैकल्पिक व्‍यापार मार्ग मुहैया कराए जाने की प्रतिबद्धता के तहत थी, जिसके लिए ईरान, भारत और अफगानिस्‍तान के बीच 2016 में त्रिपक्षीय समझौता भी हुआ था। ईरान ने इसके लिए नेशनल डेवेलपमेंट फंड की 40 करोड़ डॉलर की धनराशि का इस्‍तेमाल करने की बात कही थी। हाल ही में चीन और ईरान के बीच चार सौ अरब डॉलर के रणनीतिक निवेश को लेकर समझौता हुआ है, ऐसे में माना जा रहा है कि चीन के इशारे पर ही ईरान यह कदम उठाया है। 

वहीं इस मुद्दे को लेकर देश की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा कि भारत को चाबहार पोर्ट डील से हटा दिया गया। यह मोदी सरकार की कूटनीति है, जिसने काम नहीं होने पर भी वाहवाही लूटी। लेकिन चीन ने चुपचाप काम किया और उन्हें बेहतर डील दिया। भारत के लिए बड़ा नुकसान। लेकिन आप सवाल नहीं पूछ सकते!
 

vasudha

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