कोरोना वायरस लक्षण नजर आने से पहले ही फैल चुका होता है

Saturday, Mar 14, 2020 - 12:50 PM (IST)

 चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) ने वैश्विक महामारी का रूप ले लिया है। दुनिया में कोरोनावायरस के कुल 1 लाख 45 हजार 634 मामले सामने आ चुके हैं। शनिवार सुबह तक कुल 5436 लोगों की मौत हो गई। वहीं नॉवेल कोरोना वायरस (Novel Coronavirus) का अध्ययन कर रहे अनुसंधानकर्ताओं को पता चला है कि व्यक्ति से व्यक्ति में संक्रमण फैलने में एक हफ्ते से कम का वक्त लगता है और करीब 10 प्रतिशत मरीजों में यह संक्रमण वायरस से प्रभावित ऐसे व्यक्ति से फैलता है जिसमें अब तक कोरोना वायरस के लक्षण (Coronavirus symptoms in Hindi) नजर आने शुरू भी नहीं हुए हैं। यह ऐसी खोज है जो कोरोना वायरस महामारी को रोक पाने में जन स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद कर सकती है। 



कोरोना वायरस फैलने में लगा था चार दिन का समय

  • इस अध्ययन में वायरस से संक्रमित दो लोगों - वह व्यक्ति जो दूसरे को संक्रमित करता है और दूसरा संक्रमित होने वाला अन्य व्यक्ति- में लक्षण नजर आने में लगने वाले समय को माप कर कोरोना वायरस के सिलसिलेवार अंतराल का अनुमान लगाया गया है।
  • यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस समेत अन्य विश्वविद्यालयों के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक चीन में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection in Hindi) के एक व्यक्ति से दूसरे में फैलने के बीच में औसतन चार दिन का समय लगा था। 
  • उनका कहना है कि महामारी फैलने की गति दो बातों पर निर्भर करती है- एक व्यक्ति अन्य कितने लोगों को संक्रमित करता है और दूसरा अन्य सभी व्यक्तियों में इसे फैलने में कितना वक्त लगता है। 


 कोरोना वायरस को लेकर ये है वैज्ञानिकों का कहना

  • वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली स्थिति को प्रतिकृति संख्या और दूसरी को सिलसिलेवार अंतराल कहा जाता है। कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारी कोविड-19 का सिलसिलेवार अंतराल कम होने की वजह से प्रकोप तेजी से बढ़ेगा और इसे रोकना मुश्किल होगा। 
  • यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस से सह-अनुसंधानकर्ता लॉरेन एंसेल मेयर्स ने कहा, इबोला का सिलसिलेवार अंतराल कई हफ्ते था जिसे कुछ दिनों के अंतराल वाले इंफ्लुएंजा से रोकना ज्यादा आसान है।
  • मेयर्स ने कहा कि डेटा से पता चलता है कि कोरोना वायरस फ्लू की तरह फैल सकता है और इसका मतलब है कि उभरते खतरे से निपटने के लिए हमें ज्यादा तेजी एवं आक्रामकता से बढऩा होगा। यह अध्ययन इमर्जिंग इंफेक्शस डिजीसेस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। 


     

भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 83 हुई
देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर शनिवार को 83 पहुंच गई। इनमें दिल्ली और कर्नाटक में हुई एक-एक व्यक्ति की मौत के मामले भी शामिल हैं। सऊदी अरब से हाल में लौटे कलबुर्गी के 76 वर्षीय एक व्यक्ति की बृहस्पतिवार को मौत हो गई थी जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित दिल्ली की 68 वर्षीय एक महिला की शुक्रवार की रात राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में हो गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि महिला का पुत्र विदेश से आया था और वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। महिला की मौत मधुमेह और उच्च रक्तचाप के कारण हुई। दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के सात मामले और उत्तर प्रदेश में 11 मामले सामने आये है। कर्नाटक में कोरोना वायरस के छह मरीज जबकि महाराष्ट्र में 14 और लद्दाख में तीन मरीज है। इसके अलावा राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, आंध प्रदेश और पंजाब से एक-एक मामला सामने आया है। केरल में कोरोना वायरस के 19 मामले दर्ज किये गये है जिनमें से तीन मरीजों को पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 83 पुष्ट मामलों में 17 विदेशी नागरिक शामिल हैं। इनमें इटली के 16 पर्यटक और कनाडा का एक नागरिक है। 

Anil dev

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