अरुणाचल सीमा के पास चीन ने बनाया मानवरहित निगरानी केंद्र

Wednesday, Jul 18, 2018 - 10:39 AM (IST)

पेइचिंगः चीन ने  'क्षेत्रीय संघर्ष' की स्थिति में देश की सेना, विमानों और मिसाइलों के संचालन में मौसम संबंधी मदद के लिए  अरुणाचल प्रदेश सीमा के निकट तिब्बत में मानवरहित स्वचालित मौसम निगरानी केंद्र की स्थापना की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  तिब्बत के शाननान परिक्षेत्र के अंतर्गत ल्हुंजे के युमई में इस केंद्र की स्थापना की गई है। तिब्बत मौसम ब्यूरो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह केंद्र राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से मौसम संबंधी अहम मदद उपलब्ध कराएगा।

उसमें कहा गया है कि इसके अलावा वह सीमा के विकास, सैनिकों और नागरिकों में सामंजस्य स्थापित करने में मददगार साबित होगा। नौ घरों एवं 32 नागरिकों की रिहाइश वाला युमई जनसंख्या के लिहाज से चीन की सबसे छोटी टाउनशिप है। इस स्टेशन के एक टैक्निशयन ताशी नोरबू ने बताया कि यह स्टेशन एयर टेंपरेचर, एयर प्रेशर, हवा की गति, दिशा, उमस और बारिश जैसी चीजों के बारे में जानकारी देने में सक्षम होगा। इसके साथ ही ताशी ने कहा कि युमई सीमा पर स्थित है इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से यह स्टेशन यातायात और संचार से जुड़े डेटा उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा।

 चीन के एक मिलिटरी एक्सपर्ट ने बताया कि क्षेत्रीय मौसम युद्ध के दौरान एयरक्राफ्ट्स की लैंडिंग और टेक-ऑफ और मिसाइल के लॉन्च के लिए काफी अहम माना जाता है। ऐसे में छोटे मौसम केंद्र काफी मददगार साबित होते हैं। चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी की युमई कमिटी के सेक्रटरी दावा बताते हैं कि अब उन्हें मौसम से जुड़ी बिल्कुल सटीक जानकारियां मिल रही हैं। इस मौसम केंद्र के निर्माण की शुरुआत 2018 में ही हुई थी और जून के महीने में यह पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था। बता दें कि बाहरी दुनिया से जोड़ने के लिए यमुई में पहली सड़क साल 2017 से बन रही है। दावा के मुताबिक जब यह सड़क पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी तो यहां और भी मौसम केंद्रों की स्थापना की जाएगी। 

Tanuja

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