मोदी-ट्रंप की दोस्ती देख चिढ़ा चीन, बोला-अमेरिका 'टूल' की तरह यूज कर रहा भारत को

Tuesday, Jun 27, 2017 - 11:29 AM (IST)

बीजिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाऊस में बड़ी गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ। दोनों नेताओं के बीच काफी अच्छा बॉडिंग दिखी। वहीं मोदी के अमेरिका दौरे से चीन काफी चिढ़ गया है। चीन की ओर से कहा गया कि अमेरिका भारत को चीन के खिलाफ एक टूल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। चीन ने कहा कि अमेरिका ने कभी भी सुरक्षा परिषद में भारत की जगह के लिए कोई ठोस दावेदारी नहीं की है।

भारत से अमेरिका की दोस्ती ट्रैप
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में लिखा कि अमेरिका की ओर से एक नोट में कहा गया था कि भारत अमेरिका का एक सच्चा दोस्त है, इससे यह साफ था कि अमेरिका बीजिंग पर निशाना साधने के लिए नई दिल्ली का इस्तेमाल करेगा। अखबार ने आगे लिखा कि भारत भले ही इस पर थोड़ा गर्व महसूस कर सकता है कि वह अमेरिका का अहम साथी बन रहा है लेकिन यह अमेरिका की ओर से एक ट्रैप है जिसमें भारत का सिर्फ इस्तेमाल किया जा रहा है और कुछ नहीं।

चीन ने ट्रंप पर उठाए सवाल
चीन ने कहा कि भारत-अमेरिका की दोस्ती बराक ओबामा कार्यकाल से गहन है। ओबामा ने तब भारत को सुरक्षा परिषद में सीट दिलवाने का वादा किया था लेकिन उस वादे पर कुछ भी कुछ प्रैक्टिकल नहीं हुआ। अब क्टा ट्रंप भारत को वो सीट दिला पाएंगे। इतना ही नहीं चीन ने साथ ही ट्रंप पर सवाल उठाए कि क्या वे पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को लेकर दबाव बनाएंगे जिसको लेकर भारत भी कई बार आरोप लगा चुका है। अगर इस पूरे मुद्दे पर नजर दौड़ाए तो इसका जवाब न ही होगा, जिससे साफ जाहिर है कि भारत का बस यूज हो रहा है।

जापान-ऑस्ट्रेलिया जैसी नहीं भारत की दोस्ती!
चीन ने लिखा कि अमेरिका सिर्फ चीन के कारण भारत के करीब आ रहा है जबकि अंदर से यह दोस्ती उतनी गहरी नहीं है जितनी ऑस्ट्रेलिया और जापान की है। अखबार ने साथ ही लिखा न ही भारत चीन का अच्छा दोस्त बन पाया।

मोदी-ट्रंप के बीच कई मुद्दों पर हुई बात
मोदी और ट्रंप के बीच पहली मुलाकात में द्विपक्षीय और वैश्विक हित के तमाम मुद्दों पर बात हुई। साझा वक्तव्य में दोनों नेताओं ने सहयोग को नए मुकाम तक ले जाने और आतंकवाद के खात्मे के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।

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