क्लासरूम में सांप के काटने से बच्ची की मौत, शिक्षक निलंबित, राहुल ने सीएम को लिखा खत

Thursday, Nov 21, 2019 - 09:15 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केरल के वायनाड जिले के एक स्कूल की कक्षा में सांप के काटने से 10 वर्षीय छात्रा की मौत के मामले में सरकार ने उसे अस्पताल ले जाने में कथित लापरवाही के लिये एक शिक्षक को निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। वायनाड के सुल्तान बथेरी जिले के सर्वजन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने बताया कि पांचवी कक्षा की छात्रा शहला को बुधवार दोपहर तीन बजे हुई घटना के एक घंटे बाद अस्पताल ले जाया गया।

अधिकारियों ने बताया कि छात्रा के परिजन उसे चार अस्पतालों में ले गए जहां प्रबंधन ने विष रोधी दवा नहीं होने की बात कही और उन्हें बच्ची को सुल्तानपुर बथेरी से लगभग 90 किलोमीटर दूर कोझिकोड़ मेडिकल कॉलेज ले जाने को कहा गया। शेहला के पिता ने कहा कि मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि स्कूल के अधिकारियों ने उन्हें घटना की सूचना नहीं दी।

वहीं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, "ऐसी परिस्थितियों में क्या करना चाहिये, इस बारे में शिक्षकों को बच्चों को शिक्षित करना चाहिये। लेकिन इस मामले में, छात्रों के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद शिक्षक बच्चे को अस्पताल ले जाने में विफल रहे।" उन्होंने कहा कि छात्रों का दावा है कि बच्ची को उसके परिजन के स्कूल पहुंचने के बाद अस्पताल ले जाया गया। विजयन ने कहा, "उसकी मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम उसके परिवार के साथ खड़े हैं। अपने कर्तव्य के निर्वहन में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं घटना के बारे में पता चलते ही कांग्रेस नेता और वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने विजयन को पत्र लिखकर कहा कि राज्य सरकार को स्कूल की "खस्ताहालत अवसंरचना" पर तत्काल ध्यान देने जरूरत है।" संदेह जताया जा रहा है कि सांप ने बच्ची को तब काटा होगा जब उसका पैर दुर्घटनावश कक्षा के फर्श में बने छोटे से बिल में फंस गया होगा। केरल के शिक्षा मंत्री सी रवीन्द्रनाथ ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद कथित लापरवाही के लिये शिक्षक शिजिल को निलंबित कर दिया गया।

केरल मानवाधिकार आयोग और बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने अलग अलग मामले दर्ज किये हैं। वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा कि छात्रा को प्राथमिक उपचार दिया गया था और उसके पिता को भी घटना के बारे में सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई। शेहला की मौत से क्षुब्ध और गुस्साए उसके सहपाठियों ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों से जल्द से जल्द उसे अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया।

 

Yaspal

Advertising