यह है फौजियों का गांव, बच्चे से लेकर बूढ़ा देश के लिए मर मिटने को तैयार

Monday, Mar 04, 2019 - 06:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान के बूंदी जिले में फौजियों के गांव के नाम से प्रसिद्ध उमर गांव के लोग देश की खातिर मर मिटने और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं। गांव में हर परिवार सेना से जुड़ा है, वर्तमान में गांव के दो सौ से अधिक नौजवान सेना में तैनात है। 

लगभग पांच सौ परिवारों के इस गांव में बारह सौ से अधिक पूर्व सैनिक हैं। देशभक्ति के जज्बे से भरे इस गांव के पूर्वसैनिकों के साथ बच्चा बच्चा हर पल देश के लिए मर मिटने को तैयार है।   मीणा बहुल उमर गांव के लोग वर्ष 1942 से सेना से जुड़े हुए हैं और गांव के बिहारी लाल मीणा द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान आजाद हिंद फौज के सैनिक रहे हैं। 

देश भक्ति का जज्बा अपने दिल में लिए सैकड़ों पूर्व सैनिक सीमा पर जाने को तैयार है। जिले के उमर सहित बासनी एवं किशनगंज गांव में लगभग एक हजार फौजी हैं। उमर गांव के लोग सेना से ज्यादा जुड़े होने के कारण इसे फौजियों के गांव के नाम से भी पहचाना जाता है। गांव में मीणा के अलावा मेघवाल, राजपूत, भील बैरवा, वाल्मीकि समाज के लोग भी सेना में है। गांव के कई नौजवान पुलिस एवं सीआरपीएफ में भी हैं। गांव के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक देश प्रेम भरा है। 

vasudha

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