ICMR के चीफ ने बताई वजह, कोरोना के लिए इस बार होम आइसोलेशन 7 दिनों का ही क्यों?

Thursday, Jan 13, 2022 - 11:56 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार ने कहा कि रैपिड एंटीजन ( Rapid-Antigen) जांच और घर पर की गई एंटीजन जांच समेत ‘लेटरल फ्लो' जांच के द्वारा, वायरस से संक्रमित होने के तीसरे दिन से आठवें दिन तक कोविड का पता चल सकता है जबकि RT PCR जांच से 20 दिन तक संक्रमण का पता चल सकता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि चाहे किसी भी प्रकार की जांच करवाई जाए, संक्रमण के पहले दिन उसका नतीजा ‘निगेटिव' आएगा।

 

भार्गव ने कहा, “वायरस को आपके शरीर में बढ़ने में समय लगता है और इसे ‘लेटेंट पीरियड' कहा जाता है। तीसरे दिन से आठवें दिन तक यह लेटरल फ्लो जांच में सामने आएगा जो ‘इंफेक्शियस पीरियड' होता है। उन्होंने कहा कि इसीलिए अस्पताल से छूटने और घर पर होम आइसोलेशन में रखने की नीति सात दिन की अवधि पर केंद्रित होती है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर जांच के नतीजे आठवें दिन के बाद भी पॉजिटिव आते हैं क्योंकि कुछ आरएनए कण जो कि संक्रमित नहीं करते, उनसे जांच में संक्रमण की पुष्टि होती है।

Seema Sharma

Advertising