घायल होने के बाद ममता बनर्जी का पहला प्रचार, व्हीलचेयर पर कर रही रोड शो
Sunday, Mar 14, 2021 - 09:47 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान घायल होने के करीब चार दिन बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने व्हीलचेयर पर कोलकाता में एक रोड शो का नेतृत्व किया। बनर्जी के साथ टीएमसी के वरिष्ठ नेता थे और वह हाथ जोड़कर भीड़ का अभिवादन स्वीकार करते हुए दिखीं जबकि सुरक्षा कर्मी उनकी व्हीलचेयर को पकड़ कर आगे बढ़ा रहे थे।
#WATCH: West Bengal CM Mamata Banerjee arrives at Gandhi Murti in Kolkata on a wheelchair. She will hold a roadshow to Hazra shortly. pic.twitter.com/v5ZD5KQtNn
— ANI (@ANI) March 14, 2021
ममता बनर्जी ने भरी हुंकार
- हम साहस के साथ लड़ना जारी रखेंगे। मुझे अब भी बहुत दर्द है, लेकिन मुझे लगता है कि लोगों का दर्द मुझे भी बड़ा है।
- हमारी पूजनीय भूमि की रक्षा की लड़ाई में हमने काफी कुछ सहा है और हम आगे भी सहेंगे, लेकिन हम कायरता के आगे कभी सिर नहीं झुकाएंगे।
- मैंने जीवन में कई हमलों का सामना किया है, लेकिन कभी सिर नहीं झुकाया।
- ममता ने चुनाव प्रचार में अपने चोटिल होने का जिक्र करते हुए कहा कि घायल बाघ और भी खतरनाक हो जाता है।
- मैं व्हीलचेयर पर बैठकर पूरे पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करूंगी।
बनर्जी ‘नंदीग्राम' दिवस के मौके पर मायो रोड से हाजरा मोड़ तक पांच किलोमीटर लंबे रोड शो में शामिल हुईं। रोड शाे में पहुंचने से कुछ मिनट पहले बनर्जी ने ट्वीट किया कि हम बिना डरे लड़ाई जारी रखेंगे। मुझे अब भी बहुत दर्द है, लेकिन मुझे मेरे लोगों का दर्द इससे कहीं ज्यादा महसूस होता है। अपनी पवित्र भूमि की सुरक्षा करने की लड़ाई में, हमने बहुत कुछ सहन किया है तथा और सहन करेंगे लेकिन हम कायरता से कभी नहीं झुकेंगे। बनर्जी को 10 मार्च को चोट लगी थी। उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें 12 मार्च को छुट्टी मिली थी। टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बनर्जी को ‘बंगाल की बेटी' बताने वाले पोस्टर और तख्तियां पकड़ी हुई थीं। वे भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और विधानसभा चुनाव में ‘बाहरी लोगों को हराने' की अपील कर रहे थे।
आज भी घोषणापत्र जारी नहीं करेगी टीएमसी
तृणमूल कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार आज केवल ममता बनर्जी की पद यात्रा होगी, घोषणापत्र जारी करने का प्लान अभी नहीं है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री 15 मार्च को पुरुलिया में चुनावी सभा को संबोधित करेगी। इसके अलावा बांकुड़ा में 16 मार्च तथा झारग्राम में 17 मार्च को जनसभाओं को संबोधित करेंगी। एसएसकेएम अस्पताल के एक अधिकारी की ओर से जारी वक्तव्य के मुताबिक बनर्जी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है और दवाइयां उन पर बेहतर काम कर रही हैं। छह सदस्यीय डॉक्टरों की मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। हमने उनका प्लास्टर खोल दिया है और दूसरा प्लास्टर लगाया गया है।
टीएमसी ने की हमले की जांच की मांग
मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य संबंधी कुछ दिशा-निर्देश जारी करने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है।अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मुख्यमंत्री को व्हीलचेयर पर बाहर आते हुए देखा गया। तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने नंदीग्राम की घटना को लेकर यहां निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। तृणमूल सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में डेरेक ओ'ब्रायन, सौगत रॉय, शताब्दी रॉय, काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मंडल और शांतनु सेन शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पर हमले के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गहरी साजिश है। उन्होंने इस घटना की तत्काल और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम नंदीग्राम में बनर्जी को चोट लगने की उच्च-स्तरीय जांच की मांग करते हैं।
हमें चुनाव आयोग पर भरोसा: टीएमसी
तृणमूल के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने कहा कि हम नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए हमले की हम उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। जब यह घटना हुई उस समय वहां पर कोई स्थानीय पुलिस कर्मी नहीं था। मुख्यमंत्री के जीवन को खतरा है इसमें कोई संदेह नहीं है। यह हमला गहरी साजिश का हिस्सा है। रॉय ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को हटाना और फिर ममता जी का चोटिल होना राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति का दर्शाता है। हम किसी भी पार्टी का नाम नहीं लेते, लेकिन इसके पीछे एक गहरी साजिश हैं, यह तब पता चलेगा, जब मामले की उच्च स्तरीय जांच होगी। हमें चुनाव आयोग द्वारा निष्पक्ष जांच कराये जाने की उम्मीद है।
पीएम मोदी और अमित शाह पर उठाए सवाल
तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी देश में एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं। सभी ने इस घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का अभी तक कोई संदेश नहीं आया है। चटर्जी ने कहा कि एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) और महानिदेशक को बदला गया है। इसके तुरंत बाद यह घटना हुई। अब पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है कि वह यह साबित करे कि कहां चूक हुई है और क्यों हुई है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी एरीज आफताब ने एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) और राज्य नोडल अधिकारी जगमोहन के साथ राज्य में जिला मजिस्ट्रेटों के साथ वर्चुअल बैठकें कीं और कड़ी सुरक्षा उपायों पर जोर दिया। इस बीच एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए दो विशेष पर्यवेक्षक तैयारियों को देखने के लिए शुक्रवार को पूर्व मेदिनापुर जिले में पहुंचे।