चिदंबरम ने चीन मुद्दे पर सरकार को घेरा: मोदी से चिनफिंग के समक्ष सीमा मुद्दा उठाने के बारे में पूछा

Monday, Dec 19, 2022 - 10:37 PM (IST)

नई दिल्लीः राज्यसभा में सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भारत-चीन सीमा के उस तरफ सड़क एवं पुल सहित विभिन्न आधारभूत ढांचे के निर्माण के बारे में देश को जानकारी देने की मांग करने के साथ ही सरकार से यह बताने को कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बाली में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ मुलाकात हुई थी तो क्या उन्होंने सीमा मुद्दे पर भी चर्चा की थी? उच्च सदन में चिदंबरम ने अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि सरकार ने 500 करोड़ रूपये रक्षा पूंजीगत व्यय के लिए मांगे हैं।

चिदंबरम ने कि अनुदान की अनुपूरक मांगों के अनुसार यह धन पूर्वोत्तर की सामरिक एवं सीमा सड़कों पर खर्च किया जाना है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि पूर्वोत्तर सीमा पर खतरा कौन है?'' उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘क्या चीन ने ‘हाट स्प्रिंग' के बारे में कोई सहमति जताई है? क्या चीनी पक्ष ने डोकलाम जंक्शन एवं डेबचाम मैदान पर विवाद बिन्दुओं को लेकर चर्चा पर सहमति जताई है? आप कई बफर जोन बना रहे हैं। बफर जोन वह क्षेत्र हैं जहां किसी देश की सेना गश्त नहीं करती।''

चिदंबरम ने कहा कि अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता और भारत के (रक्षा) प्रवक्ता ने भी यह कहा है कि सीमा के उस पार काफी तैनाती एवं आधारभूत ढांचे का निर्माण हो रहा है ‘‘तथा हमारी सरकार भी अपनी तरफ आधारभूत ढांचे का निर्माण कर रही है।'' उन्होंने कहा कि वह यह नहीं जानना चाहते कि सीमा के इस तरफ किस तरह का निर्माण हो रहा है किंतु वह यह जानने को उत्सुक हैं कि सीमा के उस पार क्या निर्माण हो रहा है क्योंकि सेटेलाइट तस्वीरों से इसका पता चलता है। उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि चीन किस तरह की सड़कें, पुल और अन्य निर्माण कर रहा है?

इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जीवीएल नरसिम्हा राव ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि कांग्रेस सदस्य विधेयक के विषय के दायरे से परे हटकर बोल रहे हैं अत: इसे सदन की कार्यवाही से निकाल देना चाहिए। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदस्य को विषय के दायरे में रह कर बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह रक्षा से जुड़ा एक संवदेनशील मामला है।

चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने एक वीड़ियो में देखा कि प्रधानमंत्री मोदी बाली में चीनी राष्ट्रपति से हाथ मिला रहे हैं और प्रधानमंत्री उनसे बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वीडियो में चिनफिंग कुछ बोलते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने जानना चाहा कि क्या उस बातचीत में चिनफिंग से सीमा मुद्दे पर भी कोई बातचीत हुई थी? सभापति ने कहा कि चिदंबरम को इस वीडियो को सदन के पटल पर रखना चाहिए ताकि उनकी बात की पुष्टि हो सके।

इस पर चिदंबरम ने कहा कि यह वीडियो टीवी चैनलों पर प्रसारित किया गया था और उसमें कोई आवाज नहीं सुनाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि वीडियो की बात ना भी करें तो यह एक तथ्य है कि प्रधानमंत्री मोदी की चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात हुई और वह मात्र यह जानना चाहते हैं कि क्या उस दौरान सीमा के मुद्दे पर बातचीत हुई?

 

 

Yaspal

Advertising