बारूद के ढेर पर बैठे चिदम्बरम

Thursday, Mar 08, 2018 - 10:36 AM (IST)

नेशनल डेस्कः एफ.आई.पी.बी. के सदस्यों की पूछताछ के बाद सी.बी.आई. पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम से पूछे जाने वाले सवालों का मसौदा तैयार करने में व्यस्त है। सी.बी.आई. ने पाया है कि वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट अशोक चावला एफ.आई. पी.बी. के चेयरमैन थे जब आई.एन.एक्स. का मुद्दा उछला। चावला यू.पी.ए. की आंखों का तारा थे परन्तु राजग के भी खास चहेते रहे थे। एजैंसियों ने कार्ति चिदम्बरम के उन कम्पनियों से रिश्ते होने के दस्तावेज प्राप्त किए हैं जिन्होंने एफ.आई.पी.बी. से कुछ कठिनाइयों का सामना किया था जब उनके पिता वित्त मंत्री थे। आरोप यह है कि कार्ति चिदम्बरम ने उन कम्पनियों से पैसा बनाया जिनका एफ.आई.पी.बी. से कोई कारोबार था और यह मामला पूर्णतया मुआवजे देने का है। उच्चतम स्तर पर निर्णय लिया जाएगा कि पी. चिदम्बरम को सम्मन जारी किए जाएं या केवल प्रश्नों की सूची भेजी जाए।

वर्तमान में पी. चिदम्बरम के लिए प्रश्नावली तैयार की जा रही है। शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा ‘‘यह कोई संयोग नहीं है कि जिस कम्पनी को एफ.आई.पी.बी. में कठिनाई का सामना करना पड़ा उसे कार्ति की कम्पनी में भुगतान करने के पश्चात कुछ दिनों के भीतर मंजूरी मिल गई।’’ यद्यपि यह संयोग था या मुआवजा, पी. चिदम्बरम को जांच  एजैंसियों के समक्ष इस गंभीर मुद्दे पर सम्मन भेजे जाने हैं।

Advertising