चिदंबरम की गिरफ्तारी, लोगों को याद आया शाह का शेर-मैं समंदर हूं लौटकर जरूर आऊंगा

Thursday, Aug 22, 2019 - 03:17 PM (IST)

नई दिल्लीः सही कहते हैं कि राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता, सियासत में समय का चक्र काफी तेजी से घूमता है और जब घूमता है तो बहुत कुछ बदल जाता है। समय का चक्र आज भी बदला है और इसके काफी लोग साक्षी बने। कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम फिलहाल सीबीआई की हिरासत में हैं और उनके वकील उनको छुड़ाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। ऐसे ही करीब 10 साल पहले कुछ ऐसा ही मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुआ था, जब एजैंसियां उनके पीछे पड़ी थीं।

अगर इस कहानी के फ्लैशबैक में जाएं और समय के चक्र को घुमाएं तो कई साल पहले विपक्षी पार्टी के तौर पर भाजपा भी यू.पी.ए. सरकार पर ऐसा ही आरोप लगाती थी और तब गृह मंत्री पी. चिदंबरम हुआ करते थे। उस वक्त सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामला चरम पर था और इसी मामले में अमित शाह पर कार्रवाई की गई थी। 25 जुलाई, 2010 को सी.बी.आई. ने अमित शाह को गिरफ्तार भी किया था और जेल में डाल दिया था। शाह 3 महीने तक सलाखों के पीछे रहे थे। लेकिन अब समय बदल गया है और खेल भी बदल गया है। ऐसे में लोगों को अमित शाह को वो शेर याद आ रहा है जो उन्होंने साल 2012 में गुजरात वापिस लौटने पर बोला था। दरअसल सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में जमानत मिलने के बाद शाह पर गुजरात जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी और जब दो साल बाद 2012 में वे गुजरात आए तो उन्होंने एक बैठक में शेर पढ़ा-
मेरा पानी उतरता देख
किनारे पर घर मत बना लेना
मैं समंदर हूं
लौटकर जरूर आऊंगा

गिरफ्तारी से पहले अमित शाह भी हुए थे लापता
सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में 25 जुलाई 2010 को अमित शाह को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने भाजपा दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और कहा था कि सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में उनको फंसाया जा रहा है और उन पर जो भी झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं वो राजनीति से प्रेरित हैं। गिरफ्तारी से पहले अमित शाह भी 4 दिनों तक लापता रहे थे। तीन महीने जेल रहने के बाद 29 अक्तूबर 2010 को जमानत मिली। 10 साल पहले जो शाह के साथ हुआ था आज वहीं हूबहू चिदंबरम के साथ हो रहा है। आज अमित शाह देश के गृहमंत्री हैं और पी चिदंबरम सीबीआई के घेरे में।

Seema Sharma

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