RBI पर भड़के चिदंबरम, कहा- नोटबंदी की सिफारिश के लिए शर्म आनी चाहिए
Wednesday, Aug 30, 2017 - 07:24 PM (IST)
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नोटबंदी पर रिजर्व बैंक को घेरते हुए कहा कि केन्द्रीय बैंक को इसकी सिफारिश करने के लिए शर्म आनी चाहिए। रिजर्व बैंक की आज जारी 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट में नोटबंदी के बाद बैंकिंग तंत्र में वापस आये नोटों का आंकड़ा जारी करने पर चिदंबरम ने कई ट्वीट कर रिजर्व बैंक को घेरा। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने जो आंकड़े दिए हैं उससे यह झलकता है कि क्या नोटबंदी योजना को कालेधन को सफेद करने के लिए लाया गया था।
RBI 'gained' Rs 16000 crore, but 'lost' Rs 21000 crore in printing new notes! The economists deserve Nobel Prize.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 30, 2017
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद केवल 16 हजार करोड़ रुपए के नोट वापस नहीं आये हैं जबकि 15,44,000 करोड़ रुपए बैंकिंग तंत्र वापिस जमा कराये गये। यह राशि उस समय प्रचलन में रही 500 और एक हजार रुपए के नोटों की कुल राशि का महज एक प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को नोटबंदी की सिफारिश के लिए शर्म आनी चाहिए।
Rs 16000 cr out of demonetised notes of Rs 1544,000 cr did not come back to RBI. That is 1%. Shame on RBI which 'recommended' demonetisation
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 30, 2017
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी से केन्द्रीय बैंक को 16 हजार करोड़ रुपए का लाभ हुआ जबकि नये नोटों के मुद्रण पपर 21 हजार करोड़ रुपये का नुकसान रहा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की सिफारिश करने वाले अर्थशास्त्रियों को नॉबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कुल नोटों का 99 प्रतिशत कानूनी रूप से बदला गया। उन्होंने सवाल किया कि क्या नोटबंदी की योजना का डिजाइन इस तरीके से तैयार किया गया था कि कालेधन को सफेद धन में बदला जाये।