छत्तीसगढ़ ​चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस करेगी रिजॉर्ट पॉलिटिक्स का रुख

Tuesday, Dec 04, 2018 - 05:42 PM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने अगले सप्ताह छत्तीसगढ़ चुनाव परिणाम आने के बाद अपने विधायकों को एक स्थान पर रखने का फैसला किया है, क्योंकि पार्टी को मिले फीडबैक ने राज्य में बहुमत प्राप्त करने का विश्वास व्यक्त किया गया है। कांग्रेस की चिंता ये है कि राज्य की राजनीतिक गतिविधियां उसकी स्थिति बिगाड़ न दें। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विगत दिनों बुलाए गए प्रमुख प्रबंधकों की बैठक में इसके पर्यवेक्षकों, जिला यूनिटों और मतदान रुझानों से एकत्रित किए गए फीडबैक के बारे में जानकारी दी गई।

सूत्रों का कहना है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पी एस पुनिया ने पार्टी नेतृत्व को बताया कि कांग्रेस को लगभग 50 सीटें प्राप्त होंगी। यह भी दावा किया गया कि कांग्रेस से अलग हुए अजीत जोगी ने विलासपुर, मुंगेली, बलोदा बाजार,जंजगेर चंपा के सतनामी बेल्ट में वोट हा​सिल की है। मगर ओबीसी के वोट कांग्रेस को मिले जो कि जोगी के खिलाफ है। सूत्रों ने कहा कि राहुल ने आशा व्यक्त की कि यह फीडबैक सच साबित होगा,मगर साथ ही उन्होंने जल्दबाजी में समारोह करने के खिलाफ चेताया भी। बैठक में राज्य कांग्रेस के प्रमुख भूपेश वघेल, सीएलपी,टी एस सिंह देव और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव चंदन यादव अरुण औरान भी शामिल थे।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पिछले लगातार तीन चुनाव में पराजित हुई है चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आने पर पार्टी प्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि सभी विधायकों को एक स्थान पर इकठ्ठा किया जाए। कांग्रेस की चिंता ये है कि जमीनी स्त्रोत से धनी प्रान्त को राज्य के अमीर विरोधी राजनेता स्थिति का नाजायज फायदा उठा सकते हैं। इस मामले की संवेदनशीलता इस बात का सबूत है कि जब विधायकों और महत्वपूर्ण नेता जहाज पर चढ़ गए थे।

कांग्रेसी नेताओ को मणिपुर और गोवा में हुए घटनाक्रम से भी सबक मिला है जंहा एकल सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार बनाने का निमंत्रण नही मिला था। कांग्रेस के ​वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने पिछले सप्ताह चुनाव आयोग को छत्तीसगढ़ की विशेष मांगो की सूची सौंपी थी जिसमें ईवीएम की ट्रांसफार्मिंग, मतगणना और पोस्टल मतों की गिनती का मामला शामिल था। 

shukdev

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