16 गोली खाने के बाद भी बंदूक थामे लड़ता रहा जवान, हालत गंभीर

Thursday, Feb 16, 2017 - 02:06 PM (IST)

कोटा: पूरा जिस्म छलनी हो जाने और आतंकियों से हुई मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडिग अफसर चेतन कुमार चीता ने हौसला नहीं हारा। पूरी तरह छलनी होने और आंख में गोली लगने के बावजूद कोटा के चीते ने कई गोलियां चलाई और लश्कर के दुर्दांत आतंकी कमांडर अबू हारिश को ढ़ेर कर दिया। 


जिंदगी और मौत से जूझ रहा है यह जांबाज 
चेतन चीता है और वह चीते की तरह दुश्मन पर टूटता है। सीआरपीएफ का कमाण्डिंग ऑफिसर है...सोलह गोलियां खाने के बाद भी मौत को मात दे रहा है । जब आनन-फानन में चेतन को इलाज के लिए सेना के श्रीनगर बेस अस्पताल में लेजाया गया तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद उन्हे एयर एम्बुलेंस से दिल्ली स्थित एम्स के ट्रोमा सेंटर में लाया गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ट्रॉमा केंद्र के सूत्रों ने बताया कि अधिकारी के मस्तिष्क का ऑपरेशन किया गया और वो अभी गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती हैं।  उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टर उनके पेट में लगी छह गोलियां निकाल चुके हैं, लेकिन शरीर के बाकी हिस्सों में लगी गोलियां और छर्रे अभी निकाले जाने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि अफसर की हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है। 


20 दिन पहले ही मारा था लखवी का भांजा 
बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले ही चीता की तैनाती कश्मीर में की गई थी, लेकिन इस छोटे से वक्त में ही वह आतंकवादियों के बीच दहशत का पर्याय बन गए थे। 20 जनवरी को भी बांदीपोर इलाके में आतंकियों से उनकी मुठभेड़ हुई थी। जिसमें उन्होंने मुम्बई हमलों के मास्टरमाइंड जाकिर उर रहमान लखवी के भांजे और लश्कर कमांडर अबू मुसैब को मार गिराया था। 
 

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