बारातों और बड़ी शादियों के मौसम में ‘बैंड, बाजा और बिजनेस’

Friday, Dec 21, 2018 - 05:56 PM (IST)

 नई दिल्ली: भारत में शादियों के इस मौसम में कई लोगों की या तो शादी होने वाली होगी या कई लोग मेहमान, बाराती और घराती बनकर इन आलीशान शादियों में हिस्सा लेने वाले होंगे। शानो-शौकत से भरी भारतीय शादियां पूरी दुनिया में मशहूर हैं, लिहाजा शादी में आने वाले मेहमान रात भर थिरक सकें इसके लिए भव्य आयोजन, रोशनी की जगमग के बीच भांगड़ा, डिस्को और गरबे की धुन का पूरा इंतजाम रहता है।  रणवीर सिंह-दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा-निक जोनस, ईशा अंबानी-आनंद पीरामल जैसी सेलिब्रिटी जोडिय़ों की एक के बाद एक शादियां अखबारों की सुर्खियां बनीं। हालांकि इन शादियों से सड़क पर जाम नहीं लगा और ना ही सड़कों पर महंगी गाडिय़ां दिखीं। रथ की सवारी करते या घोड़ी पर सवार दुल्हे की ताक-झांक करते अड़ोसी-पड़ोसी भी नहीं दिखे। अगर शादी में ‘बारात’ है तो ‘बैंड और बाजा’ इससे अधिक दूर नहीं हो सकते हैं। 

‘शादियों के बैंड में बड़े नाटकीय रूप में आया बदलाव
चावला बैंड के विजेंदर चावला कहते हैं, ‘‘शादियों के बैंड में बड़े नाटकीय रूप से बदलाव आया है। अब यह सिर्फ पंजाबी ‘ढोल’, दो तीन वाद्ययंत्र और एक या दो गीतों तक सीमित नहीं रह गया है। अब हमारे पास थीम हैं।’’ चावला ने बताया, ‘‘जैसे मेरी बैंड कंपनी ग्राहकों को 25 थीम की पेशकश करती है, जिनमें मारवाड़ी, पंजाबी, राजस्थानी, पश्चिम थीम शामिल है...। आप बस उसका नाम बताईए और हम आपको उसके अनुसार पैकेज देंगे।’’ 1973 में स्थापित चावला बैंड का दावा है कि उसने अब तक 11 लाख से अधिक शादियों का काम देखा है। राजधानी में इसकी तीन शाखाएं हैं जो बारात के इंतजाम, दूल्हे की सवारी का काम देखती है। चावला बैंड बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी दिख चुका है, जिनमें ‘स्पेशल 26’, हाल में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘राजमा चावल’ शामिल हैं। 

चावला बैंड ने किया था  ‘वीरे दी वेडिंग’ का सह-प्रायोजन
चावला बैंड आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स के आधिकारिक प्रायोजक भी हैं। कंपनी ने ‘वीरे दी वेडिंग’ का सह-प्रायोजन भी किया था।  इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि बैंड के लिए कहीं भी शुरुआती कीमत करीब 20,000 रुपए से 40,000 रुपए होती है। शुरुआती पैकेज में ‘घोड़ी’, ‘ढोल’, लाइटिंग और पांच बैंड सदस्यों का विशेष दल शामिल होता है। दशहरा के दौरान रावण के पुतलों के लिए मशहूर पश्चिम दिल्ली के तितारपुर में भी शादियों के बैंड की कई दुकानें दिख जाएंगी। 1950 में स्थापित ऐसी ही एक कंपनी ‘सिंधी हीरा नंद घोड़ी वाला’ के पंकज सिंधी ने कहा कि यह कंपनी अपनी ‘सफेद’ बेदाग घोड़ी के लिए मशहूर है। कंपनी का शुरुआती पैकेज 25,000 रुपए है लेकिन अधिकतम कीमत का दायरा तय नहीं है। उन्होंने कहा कि कीमत ग्राहक की जरूरत के आधार पर तय किए जाते हैं। चावला बैंड के एमडी विरेंदर चावला के बेटे प्रतीक चावला ने कहा, ‘‘उनके (ग्राहकों के) लिए पैसा कोई पैमाना नहीं होता है। वे सिर्फ अपने बेटे की शादी धूमधाम से करना चाहते हैं और यह सब उन्हें मुहैया कराकर हमें खुशी होती है।’’ 

     

Anil dev

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