ऑफ द रिकॉर्डः चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा से लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा गया

Monday, Feb 04, 2019 - 08:31 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भाजपा हाईकमान ने 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे सिंधिया और रमन सिंह को संकेत दिया है कि वे खुद को 2019 के लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए तैयार रखें। भाजपा हाईकमान महसूस करता है कि 2019 का लोकसभा चुनाव पार्टी के लिए करो या मरो की लड़ाई है और 3 राज्यों में सब कुछ दाव पर लगाना होगा। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ 3 हिन्दी भाषी राज्यों में भाजपा ने अपनी सत्ता खो दी है।

मगर इन तीनों नेताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई है और उन्हें अब राष्ट्रीय राजनीति में आना चाहिए। मोदी-अमित शाह टीम द्वारा गहराई से किए गए विश्लेषण के बाद यह फैसला किया गया कि ये तीनों पूर्व भाजपा मुख्यमंत्री बेशक अपने विधानसभा क्षेत्रों में विधायक हैं लेकिन अब उन्हें लोकसभा का चुनाव लडऩे की तैयारी करनी होगी।

चौहान ने राज्य की राजनीति में लगभग 20 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अब उनके लिए दिल्ली में आने का समय है। भाजपा नेतृत्व महसूस करता है कि यही समय है जब राज्य में नए नेतृत्व को उभरने का मौका दिया जाए। इसी तरह रमन सिंह का स्थान उनके पुत्र अभिषेक को दिया जाएगा जो लोकसभा के सदस्य हैं। अभिषेक राज्य की राजनीति में जाएंगे और अब पार्टी के लिए काम करेंगे। वसुंधरा अभी तक राज्य की राजनीति छोडऩे के मूड में नहीं हैं और पार्टी नेतृत्व उनको इस बात के लिए राजी करने में लगा हुआ है कि वह केन्द्र की राजनीति में आएं।

भाजपा छत्तीसगढ़ में एक नई रणनीति तैयार करने जा रही है जहां अजित जोगी फैक्टर पूरी तरह विफल रहा है क्योंकि उसने 7.6 प्रतिशत मत प्राप्त कर केवल 5 सीटें जीती हैं। वास्तव में जोगी ने कांग्रेस के मुकाबले भाजपा को अधिक नुक्सान पहुंचाया है। यहां तक कि बसपा भी भारी संख्या में उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के बावजूद कांग्रेस को नुक्सान पहुंचाने में विफल रही है। उसे केवल 3.9 प्रतिशत मत मिले और 2 सीटें ही जीत पाई। इसलिए छत्तीसगढ़ में भी एक नए नेता की जरूरत है।

Seema Sharma

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