चाणक्य शाह की चुनावी रणनीति ऐसी, मंझे हुए राजनीतिक खिलाड़ी भी ना समझ पाए

Friday, May 31, 2019 - 05:08 AM (IST)

नई दिल्लीः गुजरात की गांधीनगर सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य माने जाते हैं, जिनके अथक प्रयास से लगभग पूरे देश में ‘कमल' खिला है। पार्टी के अध्यक्ष शाह ने हालिया सम्पन्न चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सी. जे. चावड़ा को पांच लाख 57 हजार 14 मतों से हराया और भाजपा ने यह सीट बरकरार रखी। इससे पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी कर रहे थे।

आम चुनाव जीतने से पहले शाह राज्यसभा के सदस्य थे। भाजपा की प्रचंड जीत के साथ अटकलें लगाई जा रही थीं कि शाह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई अहम पद दिया जायेगा। वह नौ जुलाई 2014 से पार्टी के अध्यक्ष हैं। उन्हें दोबारा पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने गुजरात के गृहमंत्री रह चुके हैं। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1964 को महाराष्ट्र के मुंबई में एक व्यापारी परिवार में हुआ था।

शाह का जन्म पाटण जिले के चन्दूर गांव में हुआ है। मेहसाणा में शुरुआती पढ़ाई के बाद बॉयोकेमिस्ट्री की पढ़ाई के लिए वह अहमदाबाद आए, जहां से उन्होने बॉयोकेमिस्ट्री में स्नातक (विज्ञान) की, उसके बाद पिता का कारोबार संभालने में जुट गये। वर्ष 1982 में उनके कॉलेज के दिनों में शाह की मुलाक़ात नरेंद्र मोदी से हुई। वह 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और इस तरह उनका छात्र जीवन में राजनीतिक रुझान बना। शाह 1986 में भाजपा में शामिल हुए। उन्हें 1987 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का सदस्य बनाया गया।

अमित शाह को पहला बड़ा राजनीतिक मौका 1991 में उस वक्त मिला, जब आडवाणी के लिए गांधीनगर संसदीय क्षेत्र में उन्होंने चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला। उन्हें दूसरा मौका 1996 में उस वक्त मिला, जब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने गुजरात से चुनाव लड़ना तय किया। इस चुनाव में भी उन्होंने चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला।

शाह ने 1997 में गुजरात की सरखेज विधानसभा सीट से उपचुनाव जीतकर अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वह 2003 से 2010 तक गुजरात सरकार में गृह मंत्रालय का जिम्मा संभाला। वर्ष 2012 में नारनुपरा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने तीन बार सरखेज विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।

 

Yaspal

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