Farmers Protest LIVE: 3 घंटे बाद किसानों ने चक्का जाम किया खत्म, सड़कों पर छाया रहा सन्नाटा

Saturday, Feb 06, 2021 - 03:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में  किसानों द्वारा किया गया चक्का जाम 3 घंटे बाद खत्म कर दिया गया। किसान संयुक्त मोर्चा ने आज दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर देशभर में दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक चक्का जाम किया था। जाम लगाने के चलते  सड़कों पर  सन्नाटा पसरा रहा। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे। चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। इसके साथ ही युवाओं से विशेष रूप से लोगों के बहकावे व उकसावे में नहीं आने और शांति की अपील की गई है।  चक्का जाम को लेकर हर जानकारी जानने के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ

राजमार्गों पर बैठे किसान 
किसानों ने राजस्थान में शनिवार को अनेक जगह 'चक्का जाम' किया। राज्य के गंगानगर, हनुमानगढ़, धौलपुर व झालावाड़ सहित अनेक जगह पर किसानों द्वारा चक्काजाम के समाचार हैं जहां किसान मुख्य सड़कों या राजमार्गों पर धरने पर बैठे हैं। राज्य में किसानों के इस चक्काजाम को विभिन्न किसान संगठनों के साथ-साथ कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है।


पंजाब और हरियाणा में सड़कें अवरुद्ध 
 पंजाब और हरियाणा में नए केन्द्रीय कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई जगह सड़कें अवरुद्ध कर दीं। विभिन्न किसान निकायों से जुड़े प्रदर्शनकारी किसानों ने विभिन्न स्थानों पर राजकीय और राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। भारती किसान यूनियन (एकता उग्रहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरिकलां ने कहा कि वे पंजाब के संगरूर, बरनाला और बठिंडा समेत 15 जिलों के 33 स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध कर रहे हैं।

पंजाब-हरियाणा सीमा में जुटे किसान 
इससे पहले सुबह के समय किसानों ने दोनों राज्यों में चक्का जाम के लिये प्रदर्शन स्थलों पर एकत्रित होना शुरू कर दिया। अंबाला के निकट शंभू में पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि 'बुजुर्ग और युवा चक्का जाम में हिस्सा लेने के लिये यहां एकत्रित हुए हैं। रांची-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी किसानों के चक्का जाम का असर देखने को मिला। यहां गाड़ियों की आवाजाही बंद रही, इस दौरान सड़क पर सन्नाटा छाया रहा। 



चक्का जाम की पूरी तैयारी
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डा. दर्शनपाल ने कहा कि इस दौरान सबसे जरूरी निर्देश शांति व्यवस्था को लेकर दिया गया है। युवाओं से विशेष रूप से लोगों के बहकावे व उकसावे में नहीं आने और शांति की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि केवल दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक का चक्का जाम रहेगा। तीन बजे प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी लोग एक मिनट के लिए अपने वाहनों का हार्न बजाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे। स्कूल बस, एंबुलेंस और बीमार लोगों को चक्का जाम में किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए भी विशेष तौर पर निर्देशित किया गया है।

मोर्चा में किसी तरह की फूट नहीं: राकेश टिकैत
गाजीपुर बाॅर्डर  से भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली- एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं करने का आह्वान किया है। इसके पीछे उन्होंने गन्ना किसानों और स्थानीय स्थिति का हवाला दिया है। ऐसे में एक भ्रम यह पैदा हो गया है कि कहीं मोर्चा में किसी तरह की फूट तो नहीं है। इस बाबत किसान संयुक्त मोर्चा ने साफ कर दिया है कि उनका इरादा लोगों को परेशान करने का नहीं है, बल्कि वह सरकार को आइना दिखाना चाहते हैं। सरकार को लगता है कि यह कुछ लोगों का आंदोलन है, तो इस भ्रम को दूर करने के लिए यह चक्का जाम रखा गया है। ताकि सरकार को देशभर से तस्वीर का पता चले। 


दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं: टिकैत
टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसान छोटे समूहों में जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपेंगे। पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं -- सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर 70 से अधिक दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं। एसकेएम ने एक बयान में कहा गया कि दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा क्योंकि प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश के सभी मार्ग खुले रहेंगे, केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है।


दिल्ली बार्डर पर सुरक्षा कड़ी
अधिकारियों ने बताया कि किसानों के प्रस्तावित ‘चक्का जाम' से पहले प्रदर्शन स्थलों के पास दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा चाक चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है और बहुस्तरीय अवरोधक, कंटीले तार तथा सड़कों पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं। दिल्ली पुलिस के आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि ‘चक्का जाम' पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक से किसी भी तरह से नहीं उलझें। इससे पहले, एसकेएम ने देशव्यापी चक्का जाम शनिवार को करने की घोषणा की थी। 
 

vasudha

Advertising