राज्‍यसभा में हंगामा करने वालों पर कार्रवाई, सभापति नायडू नेे डेरेक ओ ब्रायन समेत 8 सांसदों को किया

Monday, Sep 21, 2020 - 12:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विपक्ष के निलंबित सदस्यों के सदन में मौजूद रहने पर आज राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के दौरान ही मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान विधियां संशोधन विधेयक पेश कर दिया। उल्लेखनीय है कि कल सदन में कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयकों को पारित किये जाने के दौरान विपक्षी सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया था। 


इसी मुद्दे को लेकर सोमवार सुबह में कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडु ने विपक्ष के आठ सदस्यों को सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया और सदन की कार्यवाही सुबह 9.40 बजे 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।सभापति ने सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि के लिए कल का दिन सबसे खराब था। मैं डेरेक ओ'ब्रायन का नाम लेता हूं कि सदन से बाहर जाएं। अगर कल मार्शल्स को सही समय पर नहीं बुलाया जाता तो उपाध्यक्ष के साथ क्या होता ये सोचकर मैं परेशान हूं।

 इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर उप सभापति हरिवंश ने मानव संसाधन विकास मंत्री को विधेयक पेश करने के लिए कहा। इसके बाद निशंक विधेयक पेश करने लगे। इसी दौरान संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने कहा कि नियम 256 के तहत सदन से निलंबित सदस्यों को कार्यवाही के दौरान मौजूद नहीं रहना चाहिए और उन्हें सदन से बाहर जाने के बाद ही कार्यवाही चल सकती है। इस पर हरिवंश ने निलंबित सदस्यों का नाम पुकारते हुये उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए कहा। इस पर विपक्षी सदस्य कहने लगे कि विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को बोलने का मौका दिया जाना चाहिए। इस पर हरिवंश ने कहा कि निलंबित सदस्य जब सदन से बाहर चले जायेंगे तब विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति दी जायेगी।

इस दौरान निशंक विधेयक पेश कर दिया। इसके बाद वह विधेयक के बारे में बताने लगे तभी उपसभापति ने सदन की कार्यवाही सुबह 10.06 बजे से 10.36 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर भी स्थिति पहले जैसी ही बनी रही जिसके कारण मात्र दो मिनट में सदन की कार्यवाही फिर से आंधे घंटे के लिए 11.07 बजे तक स्थगित कर दी गयी।
 

vasudha

Advertising