ओमीक्रॉन का खौफ: केंद्र सरकार ने राज्यों को लिखा पत्र, स्थिति से निपटने के लिए दिये ये निर्देश
punjabkesari.in Tuesday, Dec 21, 2021 - 08:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश में ओमीक्रॉन पर लगाव लगाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्तर पर निगरानी और परीक्षण बढ़ाने तथा अस्पतालों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखने के निर्देश दिये हैं।
Union Health Secy Rajesh Bhushan writes to all States/UTs: "Omicron is at least 3 times more transmissible than Delta. Hence, even greater foresight, data analysis, dynamic decision making & strict & prompt containment action are required at the local & district level"
— ANI (@ANI) December 21, 2021
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केंद्र सरकार ने कोविड के नये संस्करण ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्तर पर निगरानी और परीक्षण बढ़ाने तथा अस्पतालों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखने के निर्देश दिये हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को लिखे एक पत्र में कहा कि जिन जिलों में कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है या जिन जिलों में कोविड अस्पतालों के 40 प्रतिशत से अधिक बिस्तर भर चुके हैं, वहां कोविड निगरानी एवं परीक्षण बढ़ाया जाना चाहिए और कोविड मानकों का पालन सख्ती से किया जाना चाहिए। इन जिलों के अस्पतालों में कोविड की सभी उपलब्ध सुविधायें सुनिश्चित की जानी चाहिए।
पत्र में कहा गया है कि देश के कुछ हिस्सों में ओमिक्रॉन का फैलाव तेजी से हो रहा है जबकि डेल्टा संस्करण का प्रभाव अभी बना हुआ है। स्थिति को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन पूरी तरह से किया जाना चाहिए। कोविड से निपटने के लिए जिला स्तर पर रणनीति तय करने पर बल देते हुए भूषण ने कहा कि निषेध क्षेत्रों की कड़ी निगरानी की जानी चाहिए और कोविड पीड़ति के संपकर् और संबंध पर नजर रखी जानी चाहिए। मंत्रालय के अनुसार ओमिक्रॉन का प्रसार डेल्टा की तुलना में तीन गुना तेजी से होता है। पत्र में कहा गया है कि जिला स्तर पर स्थिति की गंभीरता को समझते निषेध क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू लगाया जाना चाहिए और भीड़ नियंत्रित की जानी चाहिए।